ट्रैक्टर रैली में जमकर उत्पात, कहीं तोड़े बैरिकेड्स, कहीं वाटर कैनन पर सवार; पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

Kisan Tractor rally के दौरान पुलिस की गाड़ी पर सवार किसान
Republic Day की परेड के दौरान ट्रैक्टर रैली कर रहे किसान सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली में दाखिल हुए. इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 26, 2021, 3:34 PM IST
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ समूह मंगलवार को पुलिस के अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए. किसान यहां कई दिनों से केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है. अधिकारी ने कहा, ‘लेकिन किसानों के कुछ समूह माने नहीं और पुलिस के अवरोधक तोड़कर आउटर रिंग रोड की ओर बढ़ने लगे.’
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के एक सदस्य ने कहा कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग ‘किसान मजदूर संघर्ष कमेटी’ के सदस्य थे.
'किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर शुरू होगी. प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने एक फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है, जिस दिन संसद में वार्षिक बजट पेश किया जाएगा. दिल्ली में सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रस्तावित ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने कहा कि उन्होंने हमारा सहयोग किया है और हम उनका सहयोग कर रहे हैं. हमारा अनुरोध है कि वे फिलहाल जिस रूट पर चल रहे हैं, उसी पर चलते रहें. वहीं सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हमें रिंग रोड की ओर बढ़ना है लेकिन पुलिस हमें रोक रही है. हमने उन्हें अपने सीनियर्स से बात करने के लिए 45 मिनट दिए हैं. हम शांतिपूर्ण परेड कर रहे हैं. जिस रूट पर वे हमें चलने के लिए कह रहे हैं, उस पर हम सहमत नहीं हैं. (भाषा इनपुट के साथ)
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के एक सदस्य ने कहा कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग ‘किसान मजदूर संघर्ष कमेटी’ के सदस्य थे.
'किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर शुरू होगी. प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने एक फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है, जिस दिन संसद में वार्षिक बजट पेश किया जाएगा. दिल्ली में सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रस्तावित ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
सुबह करीब 10.30 बजे किसानों का एक जत्था संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचा. यहां एक ओर जहां स्थानीय लोगों ने फूलों की बौछार कर इनका स्वागत किया तो दूसरी ओर सुरक्षा बलों से इनकी तनातनी हो गई. संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. वहीं दिल्ली के मुकरबा चौक पर किसानों को एक पुलिस वाहन के ऊपर सवार होकर बैरिकेडिंग हटाते हुए देखा गया. इसके साथ ही किसानों ने पांडव नगर के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पुलिस बैरिकेडिंग को धकेला और गिरा दिया.#WATCH Protestors push through police barricading on Delhi-Meerut Expressway near Pandav Nagar#FarmLaws pic.twitter.com/X452wvwBZ6
— ANI (@ANI) January 26, 2021
#WATCH Farmers climb atop a police water cannon vehicle at Sanjay Gandhi Transport Nagar in Delhi pic.twitter.com/8W0EFjaeTb
— ANI (@ANI) January 26, 2021
दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने कहा कि उन्होंने हमारा सहयोग किया है और हम उनका सहयोग कर रहे हैं. हमारा अनुरोध है कि वे फिलहाल जिस रूट पर चल रहे हैं, उसी पर चलते रहें. वहीं सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हमें रिंग रोड की ओर बढ़ना है लेकिन पुलिस हमें रोक रही है. हमने उन्हें अपने सीनियर्स से बात करने के लिए 45 मिनट दिए हैं. हम शांतिपूर्ण परेड कर रहे हैं. जिस रूट पर वे हमें चलने के लिए कह रहे हैं, उस पर हम सहमत नहीं हैं. (भाषा इनपुट के साथ)