आनंद एसटी दास
भुवनेश्वर: ओडिशा (Odisha) के मयूरभंज से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु (Union Minister Bishweswar Tudu) पर दो सरकारी अधिकारियों ने मारपीट करने का आरोप लगाया है. इन दोनों घायल अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनका आरोप है कि बीजेपी सांसद विश्वेश्वर टुडु ने कुछ फाइल्स के साथ दोनों अधिकारियों को मीटिंग के लिए बुलाया था लेकिन बैठक में नहीं पहुंचने के बाद विश्वेश्वर टुडु ने उनके साथ यह बर्ताव किया. हालांकि केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.
डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग बोर्ड के डेप्यूटी डायरेक्टर, अश्विनी मलिक और बोर्ड के अस्सिटेंट डायरेक्टर देबाशीष महापात्रा ने पत्रकारों को चोट के निशान बताते हुए यह दावा किया कि बीजेपी सांसद और केंद्रीय ट्राइबल अफेयर्स व जल शक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने बारीपादा में स्थित बीजेपी कार्यालय में उनके साथ मारपीट की.
पीड़ित अधिकारी देबाशीष महापात्रा ने बताया कि, विश्वेश्वर टुडु ने गुरुवार को हमें मिलने के लिए पार्टी ऑफिस में बुलाया था. जहां उन्होंने कुर्सी से मुझ पर हमला कर दिया. ठीक इसी तरह उन्होंने हमारे डेप्यूटी
डायरेक्टर के साथ भी मारपीट की. इस घटना में उनका हाथ टूट गया. देबाशीष महापात्रा ने कहा कि, विश्वेश्वर टुडु ने मुझे और अश्विनी मलिक को फोन करके हमें एमपीएलएडी स्कीम की फाइल लेकर बुलाया था. लेकिन राज्य में पंचायत चुनावों को लेकर लगी आचार संहिता के कारण जाने मिलने से इनकार कर दिया. इस बात को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु नाराज हो गए.
देबाशीष महापात्रा ने बताया कि, मंत्री के पीए की सलाह के बाद हम बिना फाइल लिए उनसे मिलने पहुंचे. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु बेहद गुस्से में थे और उन्होंने हमारी कोई बात नहीं सुनी. उन्होंने शटर गिराने को कहा. इसके बाद विश्वेश्वर टुडु ने ऑफिस में रखी कुर्सी से हम पर हमला कर दिया. इस घटना में हमें चोटें आईं. मेरे साथी अश्विनी मलिक का हाथ टूट गया. अगले दो दिनों में उन्हें हाथ का ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई है.
अस्पताल में भर्ती डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग बोर्ड के डेप्यूटी डायरेक्टर अश्विनी मलिक ने कहा कि, मुझे और मेरे सहकर्मी पर दबाव डाल कर हमें पार्टी ऑफिस बुलाया गया. हमें इस बात की बिल्कुल भनक नहीं थी कि
वे हम पर एक अपराधी की तरह हमला कर देंगे. अश्विनी मलिक ने बताया कि, हमने केंद्रीय राज्य मंत्री के पीए से कहा कि पंचायत चुनाव के तहत लागू आचार संहिता के कारण हम फाइल नहीं ला सकते हैं. इसके
बावजूद उन्होंने हम कहा कि आप बगैर फाइल के आएं और मंत्री जी से मिलें. लेकिन जब हम वहां पहुंचे तो हमारे साथ मारपीट की गई.
केंद्रीय राज्य मंत्री का आरोपों से इनकार
हालांकि इस मामले में दोनों सरकारी अधिकारियों ने पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई है. वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है. विश्वेश्वर टुडु ने कहा कि,
अगर उन पर हमला किया जाता तो क्या वे पार्टी कार्यालय छोड़ सकते थे. दरअसल मैं एक समीक्षा बैठक आयोजित कर रहा था और वहां मैंने इन दोनों अधिकारियों को अगले दिन फाइल लेकर आने को कहा था.
क्योंकि मैं यहां जानना चाहता था कि MPLAD फंड्स में उपलब्ध 7 करोड़ रुपये में से कितनी राशि, कहां और कैसे खर्च की गई. विश्वेश्वर टुडु का कहना है कि कुछ लोग ड्रामा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि
पंचायत चुनावों में बीजेपी बहुत बेहतर प्रर्दशन करने वाली है.
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Tags: Modi Sarkar, Odisha