Kisaan Andolan: केंद्रीय मंत्री वीके सिंह बोले- आंदोलन में कई किसानों जैसे नहीं दिखते

किसान आंदोलन पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने विपक्ष पर लगाया आरोप.
Kisaan Andolan: हरियाणा और पंजाब के किसान पिछले कई दिनों से लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह (VK Singh) की ओर से दिए गए इस बयान से सियारी पारा चढ़ गया है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 2, 2020, 5:14 PM IST
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून (Agricultural law) के विरोध में किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह (VK Singh) ने कहा है कि प्रदर्शन करने वालों में कई किसान नहीं दिखते हैं. केंद्रीय मंत्री ने इस प्रदर्शन (protests) के पीछे विपक्ष का हाथ होने का आरोप लगाया है. बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान पिछले कई दिनों से लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह की ओर से दिए गए इस बयान से सियारी पारा चढ़ गया है.
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किसान आंदोलन के बारे में बोलते हुए कहा, तस्वीरों में कई लोग किसान नहीं दिखते हैं. जो भी किसानों के हित में है सरकार ने उनके लिए वही किया है. वे किसान नहीं हैं, जिन्हें कृषि कानूनों से समस्या है. वे कोई और लोग हैं. इसमें विपक्ष के साथ-साथ उन लोगों का हाथ है, जिन्हें कमीशन मिलता है.
वीके सिंह के इस बयान पर दूसरे दलों ने भी हमला बोलना शुरू कर दिया है. आम आदमी पार्ट की ओर से कहा गया है. क्या किसान दिखने के लिए उन्हें हल और बैलों के साथ आना चाहिए? बता दें कि आम आदमी पार्टी किसानों के आंदोलन की शुरुआत से ही उनके साथ खड़ी है और कृषि कानून बनने के बाद से ही समय समय पर इसका विरोध दर्ज कराती रही है.
इसे भी पढ़ें : Kisaan Andolan: कानूनों के आपत्ति वाले मुद्दों को उजागर करें किसान, सरकार गौर करने को तैयार: तोमर
बेनतीजा रही किसानों के साथ पहली बैठक
नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले किसान संगठन के प्रतिनिधियों के साथ सरकार की पहले दौर की बैठक बेनतीजा रही. इसके साथ ही केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि किसान नेताओं को नए कृषि कानूनों के विशिष्ट पहलुओं को सामने रखना चाहिए, सरकार उनकी चिंताओं पर गौर करने और उनका समाधान करने के लिए तैयार है.
सरकार ने पंजाब और हरियाणा सहित विभिन्न किसान समूहों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच विज्ञान भवन में आंदोलनकारी किसान संगठनों के 35 प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को एक बैठक बुलाई थी. किसानों का आंदोलन अपने छठे दिन में प्रवेश कर गया है. किसान दिल्ली की सीमाओं पर जुटे हैं और अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किसान आंदोलन के बारे में बोलते हुए कहा, तस्वीरों में कई लोग किसान नहीं दिखते हैं. जो भी किसानों के हित में है सरकार ने उनके लिए वही किया है. वे किसान नहीं हैं, जिन्हें कृषि कानूनों से समस्या है. वे कोई और लोग हैं. इसमें विपक्ष के साथ-साथ उन लोगों का हाथ है, जिन्हें कमीशन मिलता है.
Many of the people in pictures do not appear to be farmers. What is in the interest of farmers has been done. It's not the farmers who have a problem with this (farm laws), but others. Besides opposition, people who get commission are behind it (protest): Union Minister VK Singh pic.twitter.com/qQIg5bh8oy
— ANI (@ANI) December 1, 2020
वीके सिंह के इस बयान पर दूसरे दलों ने भी हमला बोलना शुरू कर दिया है. आम आदमी पार्ट की ओर से कहा गया है. क्या किसान दिखने के लिए उन्हें हल और बैलों के साथ आना चाहिए? बता दें कि आम आदमी पार्टी किसानों के आंदोलन की शुरुआत से ही उनके साथ खड़ी है और कृषि कानून बनने के बाद से ही समय समय पर इसका विरोध दर्ज कराती रही है.
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बेनतीजा रही किसानों के साथ पहली बैठक
नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले किसान संगठन के प्रतिनिधियों के साथ सरकार की पहले दौर की बैठक बेनतीजा रही. इसके साथ ही केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि किसान नेताओं को नए कृषि कानूनों के विशिष्ट पहलुओं को सामने रखना चाहिए, सरकार उनकी चिंताओं पर गौर करने और उनका समाधान करने के लिए तैयार है.
सरकार ने पंजाब और हरियाणा सहित विभिन्न किसान समूहों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच विज्ञान भवन में आंदोलनकारी किसान संगठनों के 35 प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को एक बैठक बुलाई थी. किसानों का आंदोलन अपने छठे दिन में प्रवेश कर गया है. किसान दिल्ली की सीमाओं पर जुटे हैं और अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.