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Ukraine Crisis: न्यूक्लियर प्लांट पर रूसी हमले के बाद दुनिया में खौफ, UN की सुरक्षा परिषद ने बुलाई आपात बैठक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद करेगी आपात बैठक.(फाइल फोटो)

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद करेगी आपात बैठक.(फाइल फोटो)

Zaporizhia nuclear plant : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बताया कि रूस ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली: रूस ने यूक्रेन पर अपने हमले (Russia-ukraine war) को तेज कर दिया है. रूस हमले में यूक्रेन के न्यूक्लियर प्लांट को अपना निशाना बना रहा है. रूस ने पहले चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा जमाया और अब रूसी सेना की तरफ से जपोरजिया न्यूक्लियर प्लांट पर धमाका किया गया है. जेपोरजिया प्लांट (zaporizhzhia nuclear power plant) में बम बारी के बाद अब पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है. इस बीच राजनयिक सूत्रों का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) परमाणु संयत्र में बम बारी के बाद अब एक आपात बैठक करेगी.

बता दें कि जेपोरजिया परमाणु संयत्र पूरे यूरोप का सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है जबकि अगर पूरे दुनिया में इसकी तुलना की जाए तो यह नौवें सबसे बड़े पावर प्लांट में गिना जाता है. रूस के यूक्रेन पर तेज होते हमले के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया गया था.

जॉनसन के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के हमले के बाद वहां आग लगने पर जॉनसन ने तड़के यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात की. जॉनसन ने कहा है कि वह रूस और अन्य करीब सहयोगियों के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे.

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कार्यालय के अनुसार, वह और ज़ेलेंस्की इस बात पर सहमत हुए कि रूस को तुरंत हमला करना बंद कर देना चाहिए और आपात सेवाओं को संयंत्र तक निर्बाध पहुंच की अनुमति देनी चाहिए. दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि युद्धविराम आवश्यक है.

जेरपोरजिया परमाणु संयत्र में हमले के बाद पश्चिमी देशों के नेताओं ने रूस की कड़ी निंदा की और चिंता व्यक्त की थी. बता दें कि जेपोरजिया परमाणु प्लांट में कुल छह रिएक्टर मौजूद हैं जो कि चाल मिलियन घरों के लिए बिजली का उत्पादन कर सकते हैं. फिलहाल हमले के बाद अभी तक प्लांट से रेडिएशन फैलन की खबर नहीं मिली है.

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बताया कि रूस ने यू्क्रेन के जापोरिज्जिया पमाणु संयंत्र को निशाना बनाकर जो गोले दागे थे, वे रिएक्टर के बजाय परिसर में मौजूद प्रशासनिक प्रशिक्षण केंद्र से टकराए थे. ग्रॉसी के साथ-साथ स्वीडन से लेकर चीन तक के परमाणु अधिकारियों ने कहा कि संयंत्र से विकिरण स्त्राव की कोई खबर नहीं है.

यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि रूसी सैनिकों ने पूरे परिसर पर कब्जा कर लिया था, लेकिन संयंत्र के कर्मचारी इसका संचालन सुनिश्चित करने की कोशिशों में जुटे हैं। ग्रॉसी ने कहा कि संयंत्र पूरी तरह से यूक्रेन के नियंत्रण में है. रूसी हमले के बाद जब शुरुआत में विकिरण स्त्राव की बात स्पष्ट नहीं थी, तब दुनियाभर में यूक्रेन के चेरनोबिल में हुई सबसे भीषण परमाणु त्रासदी की यादें ताजा हो गईं.

Tags: Nuclear Energy, Russia, Ukraine, UNSC meetings

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