वड़ा पाव और मोमोज से भी पहुंचा सकते हैं वैक्सीन, पढ़िए ट्विटर यूजर्स के मजेदार सुझाव

(फोटो: Twitter)
Viral Story: सोशल मीडिया (Social Media) पर सामने आ रहे इन सुझावों की मानें, तो सरकार को वैक्सीन पहुंचाने के लिए किसी बड़ी व्यवस्था की जरूरत ही नहीं है. सरकार यह काम मोमोज, राजमा चावल, वड़ा पाव और पोहा के जरिए भी कर सकती है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 14, 2021, 7:44 PM IST
नई दिल्ली. भारत में आगामी 16 जनवरी से कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Virus Vaccine) लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पहले चरण में देश में 30 करोड़ लाभार्थियों को टीका लगाए जाने की योजना है. वहीं, वैक्सीन प्रोग्राम (Vaccine Program India) के पहले दिन 3 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी. इसके लिए भारत सरकार ने काफी समय पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं. फिलहाल देश में दो वैक्सीन- कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. हालांकि, यह अनुमति पाबंदियों के साथ मिली है.
भारत की आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है. ऐसे में वैक्सीन बनाने के बाद इन्हें लोगों तक पहुंचाना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि, इसके लिए सरकार भी हवाई मार्गों पर मुस्तैद है. देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन और इन्हें स्टोर करने के लिए कोल्ड चेन की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. इसके बावजूद इतने घनी आबादी वाले देश में वैक्सीन को कोने-कोने तक पहुंचाना काफी मुश्किल प्रक्रिया है.
ऐसे में यह जिम्मा सोशल मीडिया ने उठाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नया ट्रेंड सामने आया है. जिसमें यूजर सरकार या जिम्मेदारों को मजाकिया ढंग से बड़े स्तर पर वैक्सीन प्रोग्राम को पूरा करने का तरीका बता रहे हैं. मजेदार बात यह है कि सोशल मीडिया पर सामने आ रहे इन सुझावों की मानें, तो सरकार को वैक्सीन पहुंचाने के लिए किसी बड़ी व्यवस्था की जरूरत ही नहीं है. सरकार यह काम मोमोज, राजमा चावल, वड़ा पाव और पोहा के जरिए भी कर सकती है.
आप भी देखिए कि आखिर लोगों ने वैक्सीन पहुंचाने के क्या मजेदार तरीके बताए हैं.
यह वैक्सीन कार्यक्रम शनिवार को 3 हजार केंद्रों पर शुरू होगा, जिनकी संख्या को भविष्य में बढ़ाकर 5 हजार कर दिया जाएगा. पहले दिन 2934 केंद्रों पर 3 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा. हर टीकाकरण सत्र में ज्यादा से ज्यादा 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि किसी भी केंद्र पर असामान्य रूप से वैक्सीन की संख्या न बढ़ाई जाए. वहीं, 10 फीसदी वैक्सीन को रिजर्व रखने के लिए कहा गया है.
भारत की आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है. ऐसे में वैक्सीन बनाने के बाद इन्हें लोगों तक पहुंचाना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि, इसके लिए सरकार भी हवाई मार्गों पर मुस्तैद है. देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन और इन्हें स्टोर करने के लिए कोल्ड चेन की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं. इसके बावजूद इतने घनी आबादी वाले देश में वैक्सीन को कोने-कोने तक पहुंचाना काफी मुश्किल प्रक्रिया है.
ऐसे में यह जिम्मा सोशल मीडिया ने उठाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नया ट्रेंड सामने आया है. जिसमें यूजर सरकार या जिम्मेदारों को मजाकिया ढंग से बड़े स्तर पर वैक्सीन प्रोग्राम को पूरा करने का तरीका बता रहे हैं. मजेदार बात यह है कि सोशल मीडिया पर सामने आ रहे इन सुझावों की मानें, तो सरकार को वैक्सीन पहुंचाने के लिए किसी बड़ी व्यवस्था की जरूरत ही नहीं है. सरकार यह काम मोमोज, राजमा चावल, वड़ा पाव और पोहा के जरिए भी कर सकती है.
आप भी देखिए कि आखिर लोगों ने वैक्सीन पहुंचाने के क्या मजेदार तरीके बताए हैं.
put the vaccine in tarri poha and all of nagpur will get vaccinated in a day
— big PP (@uwuxeshaan) January 14, 2021
Put the vaccine in Momos and see entire Delhi vaccinated.
— Dwight Snoot (@Nitish_P_) January 13, 2021
Put vaccine in "Rajma - Chawal" and the whole North India get vaccinated within a week. ♂️
— ANSHU (@oggyyyy_17) January 13, 2021
Put the vaccine in a pav and the whole of Mumbai will get vaccinated before noon
— N (@n_i_g_a_m) January 12, 2021
Put the #vaccine in Litti Chokha (लिट्टी चोखा) and the whole #Bihar will get vaccinated overnight.......
— AB (@abtweet19) January 13, 2021
यह वैक्सीन कार्यक्रम शनिवार को 3 हजार केंद्रों पर शुरू होगा, जिनकी संख्या को भविष्य में बढ़ाकर 5 हजार कर दिया जाएगा. पहले दिन 2934 केंद्रों पर 3 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा. हर टीकाकरण सत्र में ज्यादा से ज्यादा 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि किसी भी केंद्र पर असामान्य रूप से वैक्सीन की संख्या न बढ़ाई जाए. वहीं, 10 फीसदी वैक्सीन को रिजर्व रखने के लिए कहा गया है.