महोत्सव का उद्घाटन करते उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु. (तस्वीर- Vice President of India Twitter)
नई दिल्ली. देश में बने उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कुछ महीने पहले वोकल फॉर लोकल का मूलमंत्र दिया था. इसी के तहत अब दिल्ली हाट में 15 दिवसीय जनजातीय महोत्सव ‘आदि महोत्सव’ की एक बार फिर शुरुआत हुई है. 1 फरवरी से शुरू हुआ यह महोत्सव 15 फरवरी तक चलेगा. सोमवार को देश के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
‘दिल्ली के निवासियों से अपील करता हूं कि वो इस उत्सव में जरूर आएं’
उद्घाटन के बाद वेंकैया नायडू ने कहा- ‘आज फिर से राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुझे हर्ष हो रहा है. यह सराहनीय है कि जनजातीय कार्य मंत्रालय और ट्राईफेड बीते वर्ष की कठिन परिस्थितियों के बावजूद इस शानदार उत्सव को फिर से शुरू कर रहे हैं. मैं दिल्ली के निवासियों से अपील करता हूं कि वो इस उत्सव में जरूर आएं.’
‘TRIFED करे उत्पादों का प्रचार-प्रसार’
उपराष्ट्रपति ने कहा-‘जनजातीय समुदाय जंगलों से कई प्रकार के वन उत्पाद भी एकत्र करते हैं. ये सभी शत प्रतिशत जैविक उत्पाद हैं. हम जानते हैं कि जैविक खाद्य पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ रही है, TRIFED को चाहिए कि महंगे बाजारों को चिह्नित करे और वहां इन जंगल उत्पादों का प्रचार-प्रसार करे.’
महामारी के कारण पिछले साल नहीं हुआ था महोत्सव
आदि महोत्सव एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसे वर्ष 2017 में शुरू किया गया था. यह उत्सव पूरे देश के जनजातीय समुदायों की समृद्ध और विविध शिल्प व संस्कृति से लोगों को एक ही स्थान पर परिचित कराने का प्रयास है. हालांकि महामारी के कारण 2020 में इस उत्सव का आयोजन संभव नहीं हो पाया था. इस महोत्सव में जनजातीय समुदाय द्वारा हाथ से बनाई गई शिल्प वस्तु, कलाकृति, चित्रकारी, परिधान और आभूषण 200 से अधिक स्टालों पर प्रदर्शित किए गए हैं. महोत्सव में पूरे देश से लगभग 1000 जनजातीय कारीगर और जनजातीय कला समूहों के कलाकार भाग ले रहे हैं.
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