West Bengal Elections 2021: प्रशांत किशोर बोले- अपनी ही बेटी चाहता है बंगाल, 2 मई को मेरा पुराना ट्वीट याद रखिएगा

प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने एक बार फिर अपने ट्वीट से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ाने की कोशिश की है. किशोर ने कहा है कि 2 मई को मेरा पुराना ट्वीट याद रखिएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: February 27, 2021, 12:51 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में विधानसभा (West Bengal assembly election 2021) के चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है. राज्य में 8 चरणों में मतदान कराये जाएंगे और 2 मई को परिणामों की घोषणा होगी. इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने एक बार फिर अपने ट्वीट से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ाने की कोशिश की है. किशोर ने कहा है कि 2 मई को मेरा पुराना ट्वीट याद रखिएगा.
किशोर ने बीते साल दिसंबर में दावा किया था कि 'अगर बीजेपी बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा.' किशोर ने कहा था, 'मीडिया का एक वर्ग बीजेपी के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है. इससे साफ है कि बीजेपी दहाई के आंकड़े के लिए संघर्ष कर रही है. अगर बीजेपी बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा.'
अब किशोर ने फिर एक ट्वीट किया है. शनिवार को उन्होंने लिखा, 'भारत में लोकतंत्र की अहम लड़ाई पश्चिम बंगाल में लड़ी जाएगी और बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं. बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है. 2 मई को मेरा पिछला ट्वीट जरूर देखिएगा.'
कब-कब है बंगाल में चुनाव?
बता दें चुनाव आयोग ने घोषणा की कि चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान 27 मार्च को शुरू होगा और 29 अप्रैल तक चलेगा जबकि मतों की गिनती दो मई को होगी. पश्चिम बंगाल में चुनाव 27 मार्च, एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होंगे जबकि असम में तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होंगे. केरल और तमिलनाडु में चुनाव एक चरण में छह अप्रैल को होंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 की तुलना में इस बार एक चरण अधिक होगा.
तारीखों के ऐलान के बाद तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने पर शुक्रवार को सवाल उठाया, जबकि भाजपा ने चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि शांतिपूर्ण चुनावों के लिए असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने की जरूरत है.
किशोर ने बीते साल दिसंबर में दावा किया था कि 'अगर बीजेपी बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा.' किशोर ने कहा था, 'मीडिया का एक वर्ग बीजेपी के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है. इससे साफ है कि बीजेपी दहाई के आंकड़े के लिए संघर्ष कर रही है. अगर बीजेपी बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा.'
अब किशोर ने फिर एक ट्वीट किया है. शनिवार को उन्होंने लिखा, 'भारत में लोकतंत्र की अहम लड़ाई पश्चिम बंगाल में लड़ी जाएगी और बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं. बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है. 2 मई को मेरा पिछला ट्वीट जरूर देखिएगा.'

बता दें चुनाव आयोग ने घोषणा की कि चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान 27 मार्च को शुरू होगा और 29 अप्रैल तक चलेगा जबकि मतों की गिनती दो मई को होगी. पश्चिम बंगाल में चुनाव 27 मार्च, एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होंगे जबकि असम में तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होंगे. केरल और तमिलनाडु में चुनाव एक चरण में छह अप्रैल को होंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 की तुलना में इस बार एक चरण अधिक होगा.
तारीखों के ऐलान के बाद तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने पर शुक्रवार को सवाल उठाया, जबकि भाजपा ने चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि शांतिपूर्ण चुनावों के लिए असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने की जरूरत है.