West Bengal Assembly Election 2021: पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा टीएमसी में हुए शामिल, अटल सरकार में थे मंत्री

यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके हैं.
West Bengal Election 2021: अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा शनिवार को टीएमसी में शामिल हो गए. उनके बेटे जयंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से भाजपा सांसद हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: March 13, 2021, 1:50 PM IST
कोलकाता. पूर्व बीजेपी (BJP) नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित टीएमसी भवन में सिन्हा ने तृणमूल की सदस्यता ली. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके यशवंत सिन्हा ने इस दौरान एक प्रेस वार्ता में कहा कि मेरे फैसले से लोग चौंक रहे होंगे. मैं पार्टी पॉलिटिक्स से अलग हो गया था, लेकिन आज हमारे देश के मूल्य खतरे में हैं और उनका अनुपालन नहीं हो रहा है.
यशवंत सिन्हा ने कहा, 'प्रजातंत्र की ताकत हमारी संस्थाओं में निहित है, लेकिन आज हम संस्था कमजोर हो गई है. इसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है.' सिन्हा ने कहा कि सरकार के मनमाने पर अंकुश लगाने वाला कोई बचा ही नहीं है.
पूर्व बीजेपी नेता ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी. बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा.'
TMC बहुमत के साथ लौटेगी- सिन्हाटीएमसी पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, 'हम यशवंत सिन्हा का हमारी पार्टी में स्वागत करते हैं. उनकी भागीदारी भाजपा के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूत करेगी.'


चुनाव आयोग पर लगाया गंभीर आरोप
सिन्हा ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, 'मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है. तोड़-मरोड़कर चुनाव (8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है.'
सिन्हा ने कहा, 'नंदीग्राम में ममता पर हमला हुआ और अब ये वक्त टीएमसी में शामिल होने और ममता जी को समर्थन देने का है.'
बता दें कि 83 साल के पूर्व बीजेपी नेता ने 2018 में अपनी पार्टी छोड़ दी थी. सिन्हा ने केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में दो बार- एक बार 1990 में चंद्रशेखर कैबिनेट में और फिर वाजपेयी मंत्रालय में कार्य किया. उन्होंने वाजपेयी कैबिनेट में विदेश मंत्रालय का पोर्टफोलियो भी संभाला.
यशवंत सिन्हा ने कहा, 'प्रजातंत्र की ताकत हमारी संस्थाओं में निहित है, लेकिन आज हम संस्था कमजोर हो गई है. इसमें देश की न्यायपालिका भी शामिल है.' सिन्हा ने कहा कि सरकार के मनमाने पर अंकुश लगाने वाला कोई बचा ही नहीं है.
पूर्व बीजेपी नेता ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी. बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा.'
चुनाव आयोग पर लगाया गंभीर आरोप
सिन्हा ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, 'मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है. तोड़-मरोड़कर चुनाव (8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है.'
सिन्हा ने कहा, 'नंदीग्राम में ममता पर हमला हुआ और अब ये वक्त टीएमसी में शामिल होने और ममता जी को समर्थन देने का है.'
बता दें कि 83 साल के पूर्व बीजेपी नेता ने 2018 में अपनी पार्टी छोड़ दी थी. सिन्हा ने केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में दो बार- एक बार 1990 में चंद्रशेखर कैबिनेट में और फिर वाजपेयी मंत्रालय में कार्य किया. उन्होंने वाजपेयी कैबिनेट में विदेश मंत्रालय का पोर्टफोलियो भी संभाला.