पांच जिले, 109 सीटें, बंगाल महासंग्राम के लिए बीजेपी की बड़ी तैयारी, समझें प्लान

बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए खास रणनीति बनाई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
West Bengal Assembly Election 2021: बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कोलकाता उत्तर का प्रभार सौंपा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह को हावड़ा ग्रामीण के 5 क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है.
- एएनआई
- Last Updated: March 12, 2021, 9:54 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के लिए प्रचार अभियान जोर-शोर से जारी है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल महासंग्राम को लेकर 5 जिलों की 109 विधानसभा सीटों के लिए खास रणनीति तैयार की है. बीजेपी ने 22 नेताओं को बंगाल की जिम्मेदारी सौंपी है, जो स्थानीय पदाधिकारियों के साथ बंगाल के रण की तैयारी करेंगे. ये नेता संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में डेरा डालकर पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती देने का प्रयास करेंगे.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के नेता स्थानीय पदाधिकारियों की मदद से आम जनता के साथ घुलने-मिलने का प्रयास करेंगे. केंद्रीय नेताओं की टीम हर स्तर पर स्थानीय नेताओं की मदद करेगी.
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को जीत की जिम्मेदारी
इसी रणनीति के तहत बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कोलकाता उत्तर का प्रभार सौंपा है. जिसमें खारदाह, उत्तर दमदम, कमरहाटी, पनिहाटी, बारानगर, दमदम, राजारहाट नया शहर, बिधाननगर और राजार गोपालपुर की सीटें शामिल हैं. जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह को हावड़ा ग्रामीण के 5 क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है.
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को बैरकपुर की जिम्मेदारी दी गई है. वह यहां की पांच विधानसभा सीटों भाटपारा, नैहाटी, जगतदल, नोआपारा और बैरकपुर के लिए रणनीति तैयार करेंगे. जबकि गुजरात इकाई के महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला बोंगन जिले की पांच विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं बसंत कुमार पांडा बैराठोर, बारासात और बैरकपुर जिलों के कुछ क्षेत्रों के लिए जीत की रणनीति तैयार करेंगे.
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बीजेपी ने पार्टी सांसद और एससी मोर्चा अध्यक्ष विनोद सोनकर को बशीरहाट के चार निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है. जबकि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे बशीरहाट और बारासात जिले में खास रणनीति बनाकर स्थानीय नेताओं के साथ ताल-मेल बैठाकर काम करेंगे.
अन्य राज्यों के स्थानीय नेताओं को भी जिम्मेदारी
बीजेपी ने दूसरे राज्यों के स्थानीय नेताओं को भी बंगाल के रण में उतारा है. पार्टी ने राजस्थान के एक सांसद राजेंद्र राठौड़ को दक्षिण 24 परगना और मथुरापुर जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं सांसद निशिकांत दुबे 5 सीटों के लिए रणनीति तैयार करेंगे. हरियाणा राज्य के प्रभारी विनोद तावड़े को मथुरापुर और डायमंड हार्बर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जबकि दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिघूड़ी दक्षिण 24 परगना और कोलकाता दक्षिण की जिम्मेदारी संभालेंगे.
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दिल्ली के पूर्व प्रमुख सतीश उपाध्याय को हुगली जिले के निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा आरामबाग जिले में अपना डेरा डालेंगे. महाराष्ट्र के आशीष शेलार और गुजरात के शंकर चौधरी को कोलकाता उत्तर जिले के निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है. बंगाल के चुनावी समर के तहत पार्टी ने नितिन नवीन को टॉलीगंज की जिम्मेदारी दी है.

झारखंड बीजेपी के नेता दीपक प्रकाश हावड़ा में डेरा डालेंगे और 5 विधानसभा सीटों पर रणनीति को देखेंगे. वह राजस्थान बीजेपी के महासचिव भजन लाल शर्मा के साथ मिलकर काम करेंगे. मध्य प्रदेश के विश्वास सारंग और अरविंद भदौरिया को हुगली एवं श्रीरामपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के नेता स्थानीय पदाधिकारियों की मदद से आम जनता के साथ घुलने-मिलने का प्रयास करेंगे. केंद्रीय नेताओं की टीम हर स्तर पर स्थानीय नेताओं की मदद करेगी.
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को जीत की जिम्मेदारी
इसी रणनीति के तहत बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कोलकाता उत्तर का प्रभार सौंपा है. जिसमें खारदाह, उत्तर दमदम, कमरहाटी, पनिहाटी, बारानगर, दमदम, राजारहाट नया शहर, बिधाननगर और राजार गोपालपुर की सीटें शामिल हैं. जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह को हावड़ा ग्रामीण के 5 क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है.

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को बैरकपुर की जिम्मेदारी दी गई है. वह यहां की पांच विधानसभा सीटों भाटपारा, नैहाटी, जगतदल, नोआपारा और बैरकपुर के लिए रणनीति तैयार करेंगे. जबकि गुजरात इकाई के महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला बोंगन जिले की पांच विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं बसंत कुमार पांडा बैराठोर, बारासात और बैरकपुर जिलों के कुछ क्षेत्रों के लिए जीत की रणनीति तैयार करेंगे.
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बीजेपी ने पार्टी सांसद और एससी मोर्चा अध्यक्ष विनोद सोनकर को बशीरहाट के चार निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है. जबकि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे बशीरहाट और बारासात जिले में खास रणनीति बनाकर स्थानीय नेताओं के साथ ताल-मेल बैठाकर काम करेंगे.
अन्य राज्यों के स्थानीय नेताओं को भी जिम्मेदारी
बीजेपी ने दूसरे राज्यों के स्थानीय नेताओं को भी बंगाल के रण में उतारा है. पार्टी ने राजस्थान के एक सांसद राजेंद्र राठौड़ को दक्षिण 24 परगना और मथुरापुर जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं सांसद निशिकांत दुबे 5 सीटों के लिए रणनीति तैयार करेंगे. हरियाणा राज्य के प्रभारी विनोद तावड़े को मथुरापुर और डायमंड हार्बर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जबकि दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिघूड़ी दक्षिण 24 परगना और कोलकाता दक्षिण की जिम्मेदारी संभालेंगे.
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दिल्ली के पूर्व प्रमुख सतीश उपाध्याय को हुगली जिले के निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा आरामबाग जिले में अपना डेरा डालेंगे. महाराष्ट्र के आशीष शेलार और गुजरात के शंकर चौधरी को कोलकाता उत्तर जिले के निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है. बंगाल के चुनावी समर के तहत पार्टी ने नितिन नवीन को टॉलीगंज की जिम्मेदारी दी है.
झारखंड बीजेपी के नेता दीपक प्रकाश हावड़ा में डेरा डालेंगे और 5 विधानसभा सीटों पर रणनीति को देखेंगे. वह राजस्थान बीजेपी के महासचिव भजन लाल शर्मा के साथ मिलकर काम करेंगे. मध्य प्रदेश के विश्वास सारंग और अरविंद भदौरिया को हुगली एवं श्रीरामपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.