फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में BJP नेता गिरफ्तार, टीएमसी नेता ने की थी शिकायत

बप्पा चटर्जी की फाइल फोटो
पश्चिम बंगाल (West Bengal) स्थित आसनसोल (Asansol) में बीजेपी (BJP) नेता बप्पा चटर्जी को फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. आसनसोल के मेयर और TMC जितेंद्र तिवारी ने चटर्जी के खिलाफ शिकायत की थी. जिसके बाद इलाके में बीजेपी नेताओं ने सरकार और पुलिस का विरोध किया.
- News18Hindi
- Last Updated: September 12, 2020, 2:48 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के आसनसोल (Asansol) में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता को फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि नेता ने एक साइन बोर्ड शेयर करके लिखा था कि इसे सिर्फ अंग्रेजी, हिन्दी और उर्दू में लिखा गया है जबकि बांग्ला में नहीं.
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने स्थानीय बीजेपी ने बप्पा चटर्जी को गिरफ्तार किया. उन पर आरोप है कि उन्होंने आसनसोल नगर निगम के एक साइन बोर्ड का जिक्र रकते हुए लिखा कि 'बोर्ड पर सिर्फ अग्रेज़ी, उर्दू और हिन्दी में आसनसोल नगर निगम लिखा है, बांग्ला में नहीं, जबकी ऊपर एक दूसरे बोर्ड पर सिर्फ बांग्ला में आसनसोल नगर निगम लिखा है.'
इसके बाद टीएमसी जिलाध्यक्ष और आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने शिकायत कर दी, जिस पर चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं बप्पा का गिरफ्तारी के बाद शनिवार को आसनसोल बीजेपी सांसद और राज्य युवा मोर्चा अध्यक्ष सौमित्र खां पहुंचे. खां ने पुलिस कमिश्नरेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया. मीडिया से बात में सौमित्र खां ने कहा कि 'पुलिस टीएमसी की दास हो गयी है. यहाँ राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.'
फैलाए जा रहे मैसेज है फेकचटर्जी पर जो पोस्ट शेयर करने का आरोप लगा है वह कई सोशल मीडिया पर कई और यूजर्स ने भी शेयर किया है. हालांकि फैक्टचेक करने वाली वेबसाइट BOOM ने इन पोस्ट्स को झूठा पाया है.
आसनसोल म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (पश्चिम बंगाल) के एक साइनबोर्ड की एक क्रॉप इमेज को गलत मंशा से वायरल किया जा रहा. वायरल फेक पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि साइन बोर्ड में तीन भाषाओं में लिखा गया है और सरकार ने बंग्ला के बजाय उर्दू को प्राथमिकता दी है. हालांकि यह सच्चाई नहीं है. नगर निगम की बिल्डिंग एक बोर्ड पर बांग्ला में नाम लिखा गया है. जबकि एक अन्य बोर्ड में अंग्रेजी, उर्दू और हिन्दी में लिखा गया है.
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने स्थानीय बीजेपी ने बप्पा चटर्जी को गिरफ्तार किया. उन पर आरोप है कि उन्होंने आसनसोल नगर निगम के एक साइन बोर्ड का जिक्र रकते हुए लिखा कि 'बोर्ड पर सिर्फ अग्रेज़ी, उर्दू और हिन्दी में आसनसोल नगर निगम लिखा है, बांग्ला में नहीं, जबकी ऊपर एक दूसरे बोर्ड पर सिर्फ बांग्ला में आसनसोल नगर निगम लिखा है.'
इसके बाद टीएमसी जिलाध्यक्ष और आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने शिकायत कर दी, जिस पर चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं बप्पा का गिरफ्तारी के बाद शनिवार को आसनसोल बीजेपी सांसद और राज्य युवा मोर्चा अध्यक्ष सौमित्र खां पहुंचे. खां ने पुलिस कमिश्नरेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया. मीडिया से बात में सौमित्र खां ने कहा कि 'पुलिस टीएमसी की दास हो गयी है. यहाँ राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.'
आसनसोल म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (पश्चिम बंगाल) के एक साइनबोर्ड की एक क्रॉप इमेज को गलत मंशा से वायरल किया जा रहा. वायरल फेक पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि साइन बोर्ड में तीन भाषाओं में लिखा गया है और सरकार ने बंग्ला के बजाय उर्दू को प्राथमिकता दी है. हालांकि यह सच्चाई नहीं है. नगर निगम की बिल्डिंग एक बोर्ड पर बांग्ला में नाम लिखा गया है. जबकि एक अन्य बोर्ड में अंग्रेजी, उर्दू और हिन्दी में लिखा गया है.