नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (west bengal) के झारग्राम इलाके के कई गांवों में अज्ञात जानवर के पैरों के निशान दिखाई देने से स्थानीय लोगों में दहशत है. पश्चिम बंगाल के झारग्राम जिले के एक गांव में एक अज्ञात जानवर के पैरों के निशान दहशत में हैं. स्थानीय लोग किसी भी जानवर के निशान की पहचान करने में सक्षम नहीं हैं, हालांकि पैरों के निशान बड़े हैं और स्पष्ट रूप से पंजे के निशान दिखाते हैं. घटना झारग्राम के लालगढ़ क्षेत्र के कन्याबली गांव की है.
ग्रामीणों ने बताया कि यह अकेला गांव नहीं है जहां किसी जानवर के अज्ञात पैरों के निशान देखे गए हैं. लालगढ़ क्षेत्र के अन्य गांवों जैसे लक्ष्मणपुर और कुमिरकाटा में भी इसी तरह के पगमार्क पाए गए हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से पैरों के निशान देखे जा रहे हैं. मंगलवार की सुबह गांव के कन्याबली गांव के मोहल्ले में ग्रामीणों ने अज्ञात जानवर के पैरों के निशान देखे. यह खबर जल्द ही फैल गई और बाद में कई अन्य गांवों के लोगों ने भी अपने गांवों के बाहर भी इसी तरह के निशान के बारे में बताया. हालांकि, उनमें से कोई भी किसी जानवर के निशान की पहचान नहीं कर सका. कुछ का कहना है कि यह एक बाघ का पगमार्क है, जबकि कुछ अन्य इससे असहमत हैं.
ग्रामीणों ने शिकायत की है कि ये पैरों के निशान कुछ साल पहले 2016 में देखे गए पैरों के निशान जैसे ही हैं. उन्हें डर है कि अज्ञात जानवर बाघ हो सकता है. यदि ये आशंका सही होती है तो निश्चित ही यह लोगों के लिए चिंता का कारण होगा. हालांकि अभी तक अज्ञात जानवर से किसी के जानमाल का नुकसान सामने नहीं आया है. वे वन विभाग के अधिकारियों से जल्द कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है.
स्थानीय लोगों ने कहा कि वे अपने मवेशियों को पास के जंगलों में चरने के लिए ले जाने से डरते हैं और अब वे अंधेरा होने के बाद भी बाहर नहीं निकलते हैं. इस डर ने निश्चित रूप से लालगढ़ क्षेत्र में जनजीवन को पंगु बना दिया है और वन अधिकारियों का दावा है कि वे जानवर की पहचान करने या उसे खोजने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
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