क्या है बंगाल में कोल स्कैम का पूरा मामला? ममता के परिवार तक कैसे पहुंची इसकी जांच?

कोल स्मगलिंग केस CBI ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी को दिया समन.
झारखंड के धनबाद, पश्चिम बंगाल के आसनसोल, पुरुलिया और बांकुरा रेंज में कोयले की काफी ज्यादा खदानें हैं. यहां पर कई खदानें काफी समय से बंद पड़ी हैं. इन बंद पड़ी खदानों से अवैध रूप से अरबों रुपये के कोयले का व्यापार किया जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 22, 2021, 12:41 PM IST
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई (CBI) की टीम बंगाल में हुए कोल स्कैम के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के घर तक पहुंच गई है. सीबीआई की ओर से अभिषेक की पत्नी रूजीरा बनर्जी और साली मेनका को जांच में शामिल होने के लिए समन दिया गया है.
बता दें कि झारखंड के धनबाद, पश्चिम बंगाल और आसनसोल, पुरुलिया बांकुरा रेंज में कोयले की काफी ज्यादा खदानें हैं. यहां पर कई खदानें काफी समय से बंद पड़ी हैं. इसके साथ ही यहां पर ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की भी काफी खदानें मौजूद हैं. इन बंद पड़ी खदानों से अवैध रूप से अरबों रुपयों के कोयले का व्यापार किया जाता है. सीबीआई ने 27 नवंबर 2020 को ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कई अफसरों के साथ ही अनूप मांसी, सीआईएसएफ और रेलवे के कई अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि ईसीएल, सीआईएसएफ, भारतीय रेलवे के कई अधिकारियों ने मिलकर लीजहोल्ड क्षेत्र से काफी कोयले की चोरी की है.

सीबीआई की ओर से मई 2020 में इस स्कैम के संबंध में मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद ईसीएल के कई लीज एरिया पर टास्क फोर्स की रेड डाली गई और अवैध खनन और स्मलिंग में प्रयुक्त वाहनों और उपकरणों की एक बड़ी संख्या को जब्त किया गया था. इस पूरे मामले में अनूप मांझी को मुख्य आरोपी बताया गया है. इस मामले में कई लोगों से पूछताछ और जांच के बाद टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा का नाम भी सामने आया. विनय मिश्रा ने कोल स्कैम को लेकर विनय मिश्रा को चार बार तलब किया लेकिन वह फरार हो गया. इसके बाद सीबीआई की ओर से विनय मिश्रा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट और लुक-आउट नोटिस भी जारी किया.इसे भी पढ़ें :- कोयला घोटाले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी को दो बार मिला नोटिस, आज साली से CBI करेगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, गवाहों और संदिग्धों के कुछ बयानों में रूजीरा की भूमिका सामने आई है. सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि रुजिरा की फर्म लीप्स एंड बाउंड्स मैनेजमेंट सर्विस के अकाउंट में कुछ ऐसे लेनदेन हुए हैं, जिनका संबंध सीधे तौर पर कोल स्कैम से जुड़ा हुआ है. बता दें कि अभिषेक बनर्जी ने अपनी मां लता के नाम से साल 2010 में इस फर्म की शुरुआत की थी. 4 मई, 2011 को लीप्स एंड बाउंड्स इंफ्रा कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को पंजीकृत किया गया था.
इसे भी पढ़ें :- अभिषेक बनर्जी बोले- भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए तो सार्वजनिक रूप से आत्महत्या कर लूंगा
इसके बाद 19 अप्रैल, 2012 को अभिषेक ने एक दूसरी कंपनी - लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड शुरू की. तीसरी कंपनी 20 मार्च, 2017 को शुरू हुई थी, जिसमें उनकी पत्नी रूजीरा बनर्जी और पिता अमित भागीदार थे. साल 2013 में माकपा की ओर से भी आरोप लगाया गया कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक ने अपनी फर्म का इस्तेमाल पोंजी योजनाओं में किया और देखते ही देखते फर्म का कारोबार 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
बता दें कि झारखंड के धनबाद, पश्चिम बंगाल और आसनसोल, पुरुलिया बांकुरा रेंज में कोयले की काफी ज्यादा खदानें हैं. यहां पर कई खदानें काफी समय से बंद पड़ी हैं. इसके साथ ही यहां पर ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की भी काफी खदानें मौजूद हैं. इन बंद पड़ी खदानों से अवैध रूप से अरबों रुपयों के कोयले का व्यापार किया जाता है. सीबीआई ने 27 नवंबर 2020 को ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कई अफसरों के साथ ही अनूप मांसी, सीआईएसएफ और रेलवे के कई अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि ईसीएल, सीआईएसएफ, भारतीय रेलवे के कई अधिकारियों ने मिलकर लीजहोल्ड क्षेत्र से काफी कोयले की चोरी की है.
सीबीआई की ओर से मई 2020 में इस स्कैम के संबंध में मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद ईसीएल के कई लीज एरिया पर टास्क फोर्स की रेड डाली गई और अवैध खनन और स्मलिंग में प्रयुक्त वाहनों और उपकरणों की एक बड़ी संख्या को जब्त किया गया था. इस पूरे मामले में अनूप मांझी को मुख्य आरोपी बताया गया है. इस मामले में कई लोगों से पूछताछ और जांच के बाद टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा का नाम भी सामने आया. विनय मिश्रा ने कोल स्कैम को लेकर विनय मिश्रा को चार बार तलब किया लेकिन वह फरार हो गया. इसके बाद सीबीआई की ओर से विनय मिश्रा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट और लुक-आउट नोटिस भी जारी किया.इसे भी पढ़ें :- कोयला घोटाले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी को दो बार मिला नोटिस, आज साली से CBI करेगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, गवाहों और संदिग्धों के कुछ बयानों में रूजीरा की भूमिका सामने आई है. सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि रुजिरा की फर्म लीप्स एंड बाउंड्स मैनेजमेंट सर्विस के अकाउंट में कुछ ऐसे लेनदेन हुए हैं, जिनका संबंध सीधे तौर पर कोल स्कैम से जुड़ा हुआ है. बता दें कि अभिषेक बनर्जी ने अपनी मां लता के नाम से साल 2010 में इस फर्म की शुरुआत की थी. 4 मई, 2011 को लीप्स एंड बाउंड्स इंफ्रा कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को पंजीकृत किया गया था.
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इसके बाद 19 अप्रैल, 2012 को अभिषेक ने एक दूसरी कंपनी - लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड शुरू की. तीसरी कंपनी 20 मार्च, 2017 को शुरू हुई थी, जिसमें उनकी पत्नी रूजीरा बनर्जी और पिता अमित भागीदार थे. साल 2013 में माकपा की ओर से भी आरोप लगाया गया कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक ने अपनी फर्म का इस्तेमाल पोंजी योजनाओं में किया और देखते ही देखते फर्म का कारोबार 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.