अमित शाह ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बातचीत की है.
नई दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान लोगों को पैदल अपने घरों की तरफ निकलते देख कर हमें बहुत दुख हुआ था. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान कुछ दुखद बातें भी घटित हुईं, लॉकडाउन के दौरान लोगों ने अपना धैर्य खो दिया और पैदल अपने घरों को निकल पड़े. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा है कि लोगों को सड़कों पर देखकर पीएम ने सभी मुख्यमंत्रियों से कहा था कि अप्रवासी मजदूरों के लिए बस चलवाकर उन्हें नजदीकी रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया जाए. अब तक देशभर में करीब एक करोड़ बीस लाख लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया गया है.
अप्रवासियों के इंतजाम में लगातार लगे रहे
अमित शाह ने कहा है कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी और मैं लगातार मुख्यमंत्रियों के संपर्क में बने रहे और उनसे कहा कि अप्रवासियों के लिए खाने-पीने की चीजों की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाए. इस तरह की व्यवस्था करीब ढाई करोड़ लोगों के लिए कराई गई. 11 हजार करोड़ रुपए राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के जरिए राज्यों को ट्रांसफर किए गए.
Some saddening incidents happened...when ppl lost patience & started travelling on foot, we were also pained by it. PM had told all CMs to run buses to ferry migrants travelling on foot to nearest railway stations. Till now, 1cr 20 lakh people ferried across the nation: Amit Shah pic.twitter.com/aP7avGSD1h
— ANI (@ANI) June 28, 2020
Since lockdown began, both PM and I spoke to all CMs and told them to make stay & food arrangements for migrants. Arrangements were made for around 2.5 crore people. Rs 11,000 crores from the National Disaster Relief Fund was transferred to the states: Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/fK7E5t0jAL
— ANI (@ANI) June 28, 2020
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