MP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में किसकी बनेगी सरकार और कौन होगा सीएम?

नेटवर्क 18 क्रिएटिव
अगर मध्य प्रदेश की बात करें तो कुछ एग्जिट पोल बीजेपी की सरकार बनवा रहे हैं तो कुछ कांग्रेस की. बीजेपी ने अपने सीएम शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था.
- News18Hindi
- Last Updated: December 7, 2018, 7:56 PM IST
पांच चुनावी राज्यों में सीएम कौन होगा? इसके लिए तो 11 दिसंबर की मतगणना, विधानमंडल दल की बैठक और उसके बाद पार्टी आलाकमान के फैसले का इंतजार करना होगा. लेकिन अगर हम पांच राज्यों के आज के एग्जिट पोल को आंकड़ा मान लें तो सीएम की तस्वीर भी दिखने लगेगी.
मध्य प्रदेश की बात करें तो कुछ एग्जिट पोल बीजेपी की सरकार बनवा रहे हैं तो कुछ कांग्रेस की. बीजेपी ने अपने सीएम शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था. लेकिन कांग्रेस की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल के जवाब पर कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ का सीएम बनना तय माना जा रहा है.
जिस तरह चुनाव के 6 महीने पहले कमलनाथ को दिल्ली से लाकर मध्य प्रदेश की कमान दी गई थी. उसके बाद टिकट बंटवारे और चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के रुख के बाद ये साफ हो गया है कि अंदरखाने में कहीं न कहीं कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ को सीएम चेहरा तय कर चुका है.
कुछ यही हाल राजस्थान का भी है. राजस्थान ही अकेला राज्य है जहां करीब-करीब सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता में वापसी होती दिख रही है. राजस्थान चुनावों में सचिन पायलट और अशोक गहलोत दो नाम सीएम कैंडिडेट के रूप में देखे जा रहे हों लेकिन कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों की माने तो कांग्रेस आलाकमान पुराने चेहरे अशोक गहलोत पर दांव लगाने की तैयारी में है और सचिन पायलट की इस पर मौन सहमति है. चुनाव प्रचार के दौरान भी पायलट कई बार दिल्ली की सक्रिय राजनीति में रहने की इच्छा जता चुके हैं.अगर छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां भी अलग-अलग एग्जिट पोल अलग-अलग आंकड़ें दे रहे हैं. कुछ में बीजेपी की सरकार बन रही है तो कुछ में कांग्रेस की. बीजेपी ने तो सीएम रमन सिंह के चेहरे पर चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस में कई नेताओं ने खुद को सीएम के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है.
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कांग्रेस के जिन नेताओं को सीएम का दावेदार माना जा रहा है उनमें नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामदयाल उइके एवं डॉक्टर शिव डहरिया और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे सबसे आगे हैं. इसके आलावा आदिवासी, अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के कई और नेता भी खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बता रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास कोई पुराना चेहरा नहीं है. ऐसे में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए सीएम चेहरा चुनना बड़ी चुनौती है. कांग्रेस पुराने चेहरों पर ही दांव क्यों लगा रही है इस सवाल का जबाब भी कम हैरान करने वाला नहीं है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की माने तो कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में सरकार की कमान उन हाथों में देना चाहती है तो पार्टी संगठन को एक साथ रखते हुए लोकसभा चुनाव के लिए फंड भी मैनेज कर सके.
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क्योंकि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने का बाद कांग्रेस को मिलने वाला चंदा बीजेपी के मुकाबले न के बराबर है और ये सब जानते हैं कि चुनाव बिना फंड के नहीं लड़ा जा सकता. बात करें तेलंगाना की तो वहां अधिकतर एग्जिट पोल टीआरएस को बहुमत दे रहे है ऐसे में मुख्यमंत्री के चेहरे का अनुमान लगाने की जरूरत नहीं है. के चन्द्रशेखर राव का चेहरा की टीआरएस का चेहरा है.
मध्य प्रदेश की बात करें तो कुछ एग्जिट पोल बीजेपी की सरकार बनवा रहे हैं तो कुछ कांग्रेस की. बीजेपी ने अपने सीएम शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था. लेकिन कांग्रेस की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल के जवाब पर कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ का सीएम बनना तय माना जा रहा है.
जिस तरह चुनाव के 6 महीने पहले कमलनाथ को दिल्ली से लाकर मध्य प्रदेश की कमान दी गई थी. उसके बाद टिकट बंटवारे और चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के रुख के बाद ये साफ हो गया है कि अंदरखाने में कहीं न कहीं कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ को सीएम चेहरा तय कर चुका है.
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कांग्रेस के जिन नेताओं को सीएम का दावेदार माना जा रहा है उनमें नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामदयाल उइके एवं डॉक्टर शिव डहरिया और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे सबसे आगे हैं. इसके आलावा आदिवासी, अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के कई और नेता भी खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार बता रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास कोई पुराना चेहरा नहीं है. ऐसे में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए सीएम चेहरा चुनना बड़ी चुनौती है. कांग्रेस पुराने चेहरों पर ही दांव क्यों लगा रही है इस सवाल का जबाब भी कम हैरान करने वाला नहीं है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की माने तो कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में सरकार की कमान उन हाथों में देना चाहती है तो पार्टी संगठन को एक साथ रखते हुए लोकसभा चुनाव के लिए फंड भी मैनेज कर सके.
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क्योंकि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने का बाद कांग्रेस को मिलने वाला चंदा बीजेपी के मुकाबले न के बराबर है और ये सब जानते हैं कि चुनाव बिना फंड के नहीं लड़ा जा सकता. बात करें तेलंगाना की तो वहां अधिकतर एग्जिट पोल टीआरएस को बहुमत दे रहे है ऐसे में मुख्यमंत्री के चेहरे का अनुमान लगाने की जरूरत नहीं है. के चन्द्रशेखर राव का चेहरा की टीआरएस का चेहरा है.