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मालदा में गिरफ्तार हुए चीनी नागरिक के तार बड़ी साजिश से जुड़े! जांच एजेंसियों ने जताई आशंका

बीएसएफ ने चीनी नागरिक के पास कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं

बीएसएफ ने चीनी नागरिक के पास कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं

Chinese national arrest in Malda: बीएसएफ (BSF) अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जुनवेई के बयान में काफी अंतर मिल रहा है. ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. मालदा में बांग्लादेश सीमा (Bangladesh Border) के पास पकड़े गए चीनी नागरिक से पूछताछ जारी है. कार्रवाई करने वाले सीमा सुरक्षा बल ने आशंका जताई है कि इस चीनी नागरिक के तार बड़ी साजिश से जुड़े हुए हैं. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पकड़ा गया व्यक्ति ऑनलाइन फ्रॉड का एक्सपर्ट है. उसके पास से लैपटॉप और दो आईफोन भी बरामद हुए हैं. फिलहाल जांच एजेंसियां बड़ी साजिश का एंगल तलाश रही हैं. कहा जा रहा है कि इसमें और भी चीनी और भारतीय नागरिक शामिल हो सकते हैं. बीएसफ ने कार्रवाई 10 जून को की थी.

    पकड़े गए चीनी नागरिक की पहचान पासपोर्ट के जरिए हुन जुनवेई के रूप में हुई है. उसके पास एक भारतीय आधार कार्ड और बैंक एटीएम मिला था. बीएसएफ की तरफ से जारी किए गए वीडियो में हुन जुनवेई दावा कर रहा है कि वह निर्यात, ई-कॉमर्स और होटल व्यवसाय से जुड़ा हुआ है. साथ ही वह ‘बिजनेस और मार्केट रिसर्च के लिए कई बार भारत आ चुका है.’

    इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आरोप हैं कि हुनवेई और उसके साथियों ने 1300 से ज्यादा भारतीय सिम तस्करी कर चीन पहुंचाई हैं. उसे 10 जून को गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बीएसएफ जब उसे पकड़ रही थी, तो जुनवेई ने कुछ दस्तावेज फेंके थे. एक जांच अधिकारी ने बताया, ‘गिरफ्तारी के तीन दिनों बाद कागजात बरामद कर लिए गए थे. ये वही दस्तावेजों में से एक थे, जिनपर वे भारतीय होने का दावा कर रहा था.’

    बीएसएफ ने कहा है कि उन्हें शक है कि चीनी नागरिक सुरक्षा से जुड़े किसी मुद्दे में शामिल हो सकता है. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बीएसएफ डीआईजी (दक्षिण बंगाल फ्रंटियर) ने बताया, ‘उसे गिरफ्तार किए जाने के तीन दिनों बाद हमें तेलंगाना का आईडी कार्ड, आधार कार्ड और तेलंगाना की राष्ट्रीयकृत बैंक के अकाउंट डिटेल्स, एक एटीएम मिला है. इन सभी डॉक्युमेंट्स पर जुनवेई ने भारतीय नागरिक होने का दावा किया है.’

    उन्होंने कहा, ‘शुरुआती पूछताछ होने के बाद उसने बताया कि वह भारत ‘कारोबार के सिलसिले’ में आया था. हमें उसके साइबर फ्रॉड में शामिल होने का शक है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह साइबर फ्रॉड से ज्यादा सुरक्षा से जुड़े मामले में ज्यादा शामिल है.’ पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स फिलहाल पूछताछ कर रही है. साथ ही उसके पास बरामद हुए उपकरणों की जांच की जा रही है और लैपटॉप का पासवर्ड तोड़ने की कोशिश की जा रही है.

    यह भी पढ़ें: गिरफ्तार घुसपैठिये का दावा- रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट हैक करने की फिराक में था चीन

    मालदा पुलिस का कहना है, ‘इस बात की काफी ज्यादा संभावना है कि वह सरकारी वेबसाइट, बड़ी निजी कंपनियों आदि के खिलाफ बड़े स्तर पर साइबर फ्रॉड के लिए भारतीय नागरिकों की निजी जानकारी भेज रहा था.’ बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जुनवेई के बयान में काफी अंतर मिल रहा है. उसके पास नेपाल और बांग्लादेश के दो वीजा थे. ये दोनों देश भारत के साथ सीमा साझा करते हैं. रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से लिखा गया है, ‘उसने बांग्लादेश चुना, क्योंकि उसे जानकारी दी गई थी कि बंगाल की भारत-बांग्लादेश सीमा में जगह होने के कारण बांग्लादेश के जरिए बंगाल पहुंचना आसान है.’

    जुनवेई से नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के अलावा लखनऊ एंटी-टेरर स्क्वाड (ATS) की तरफ से भी एक आर्थिक घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ की जा चुकी है. लखनऊ एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने जानकारी दी है कि बंगाल एसटीएफ की पूछताछ के बाद वे उसकी कस्टडी की मांग करेंगे और पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश लाया जाएगा.

    Tags: Bangladesh Border, BSF, Chinese National, Malda

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