ISRO प्रमुख ने चंद्रयान 2 के बारे में भी जानकारी दी.
नई दिल्ली. अंतरिक्ष की दुनिया में भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) एक बार फिर इतिहास लिखने की ओर बढ़ रहा है. बुधवार को इसरो चीफ के. सिवन (K. Sivan) ने कहा कि सरकार ने चंद्रयान -3 (Chandrayaan 3) को मंजूरी दे दी है. इस परियोजना पर तेजी से काम जारी है. उन्होंने कहा कि दूसरे स्पेस पोर्ट की जमीन के लिए अधिग्रहण शुरू किया गया है. यह पोर्ट तमिलनाडु के थूथुकुडी में होगा.
सिवन ने कहा, 'हम इस वर्ष 25 से अधिक मिशन करने की योजना बना रहे हैं. चंद्रयान -3 पर काम जोरों पर है. साथ ही गगनयान पर भी काम किया जा रहा है. हमने 2019 में गगनयान के लिए अच्छी प्रगति की है.' उन्होंने कहा कि हमने चंद्रयान -2 पर अच्छी प्रगति की थी. भले ही हम सॉफ्ट लैंडिंग को सफलतापूर्वक नहीं कर पाए, ऑर्बिटर अभी भी कार्य कर रहा है और अगले 7 वर्षों के लिए डेटा देता रहेगा.
इसरो 2020 में चंद्रयान-3 लॉन्च करेगा
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत 2020 में चंद्रयान-3 को लॉन्च करेगा. उन्होंने कहा कि इस अभियान पर चंद्रयान-2 से भी कम लागत आएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि चंद्रयान-2 को निराशाजनक करार देना गलत होगा. जबकि यह चंद्रमा के सतह पर उतरने की भारत की पहली कोशिश थी और कोई देश पहली कोशिश में ऐसा नहीं कर सका. अमेरिका ने भी कई कोशिशें की थीं.
जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘हां, लैंडर एवं रोवर मिशन के 2020 में होने की बहुत संभावना है. हालांकि, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि चंद्रयान-2 मिशन को नाकाम नहीं कहा जा सकता क्योंकि हमने इससे काफी कुछ सीखा है.' उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रयान-2 से मिले अनुभव और उपलब्ध बुनियादी ढांचा चंद्रयान-3 की लागत को घटाएगा. हालांकि, उन्होंने तीसरे चंद्र अभियान के प्रक्षेपण का महीना बताने से इनकार कर दिया.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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