टीके की कमी नहीं, शंकाओं को करें दूर, कोरोना वैक्सीनेशन पर हेल्थ मिनिस्टर ने की बड़ी बात

भारत चला रहा दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान, वैक्सीन की नहीं होगी कमी: हर्षवर्धन(फोटो साभार-ANI)
COVID-19 Vaccination: हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन को लेकर कोई संदेह नहीं है. इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है. वैक्सीन के कारण किसी भी मौत का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 1, 2021, 11:29 PM IST
नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के खिलाफ टीकाकरण (Vaccination) का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र और गंभीर बीमारियों से पीड़ितों का भी टीकाकरण होगा. सीएनएन-न्यूज 18 को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने पर्याप्त मात्रा में कोविड वैक्सीन खरीदे हैं. देश में वैक्सीन की कमी नहीं होगी.
हर्षवर्धन ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है और अब इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा. कोरोना वैक्सीन को लेकर वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'हमने सभी संसाधनों का उपयोग किया, जिससे लोगों में वैक्सीन को लेकर पनपी हिचकिचाहट दूर हो सके.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज स्वदेशी कोरोना वैक्सीन लगवाया. उनके इस कदम से सुरक्षा और दुष्प्रभावों को लेकर जारी सभी तरह के संदेह भी अब दूर हो जाने चाहिए. लोगों को अब बिना किसी हिचकिचाहट के वैक्सीन लगवाना चाहिए.
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ये भी पढ़ें: पीएम मोदी ने लगवायी कोरोना वैक्सीन, साथ ही कई अहम संदेश भी दे गएइससे पहले, हर्षवर्धन ने कहा था कि वह मंगलवार को कोरोना का टीका लगवाएंगे. उन्होंने कहा था कि वैक्सीन को लेकर कोई संदेह नहीं है. इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है. वैक्सीन के कारण किसी भी मौत का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है.

अगर किसी की मौत वैक्सीनेशन के कुछ दिन बाद होती है तो उसे टीकाकरण से नहीं जोड़ा जा सकता है. ऐसे हर एक मामले को वैज्ञानिक रूप से जांचा जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू उन शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने सोमवार को टीकाकरण अभियान के अगले चरण की शुरुआत के साथ ही कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक ली. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेशमंत्री एस जयशंकर और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी टीका लगवाया. देश ने स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों के लिए 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने भी टीका लगवाया. साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी टीका लगवाया.
हर्षवर्धन ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है और अब इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा. कोरोना वैक्सीन को लेकर वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'हमने सभी संसाधनों का उपयोग किया, जिससे लोगों में वैक्सीन को लेकर पनपी हिचकिचाहट दूर हो सके.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज स्वदेशी कोरोना वैक्सीन लगवाया. उनके इस कदम से सुरक्षा और दुष्प्रभावों को लेकर जारी सभी तरह के संदेह भी अब दूर हो जाने चाहिए. लोगों को अब बिना किसी हिचकिचाहट के वैक्सीन लगवाना चाहिए.
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अगर किसी की मौत वैक्सीनेशन के कुछ दिन बाद होती है तो उसे टीकाकरण से नहीं जोड़ा जा सकता है. ऐसे हर एक मामले को वैज्ञानिक रूप से जांचा जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू उन शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने सोमवार को टीकाकरण अभियान के अगले चरण की शुरुआत के साथ ही कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक ली. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेशमंत्री एस जयशंकर और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी टीका लगवाया. देश ने स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों के लिए 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने भी टीका लगवाया. साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी टीका लगवाया.