वक्त-वक्त की बात है एक समय था जब बाबूजी महज इशारा कर देते थे तो पूरी पार्टी नतमस्तक हो जाती थी। उसी भारतीय जनता पार्टी में कल्याण सिंह पर भारी पड़ गये हैं वरुण गांधी। दरअसल पार्टी कार्यालय में एक पूर्व मंत्री को शामिल कराने का करीब दो घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। युवा नेता वरुण गांधी के अड़ंगे के कारण कल्याण सिंह अपने चहेते व पूर्व मंत्री भगवान स्वरुप शाक्य को बीजेपी में शामिल नहीं करा सके।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में कल्याण सिंह का नाम चिरपरिचित है। किसी समय कल्याण सिंह का नाम ही सख्त प्रशासक और अनुशासनप्रिय नेता का संदेश जाता था। कुछ दिनों पहले हुई भाजपा कोर समिति की बैठक में बतौर विशेषज्ञ शामिल हुए कल्याण सिंह के अनुभवों का पार्टी ने लाभ उठाने का मन बनाया और उनकी पार्टी में वापसी हो गयी। आज अचानक एक घटनाक्रम पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुआ।
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : July 23, 2013, 14:48 IST