लखनऊ। यूपी की अखिलेश सरकार नरेंद्र मोदी की रैलियों पर रोक लगा सकती है। अगले तीन महीने में उत्तर प्रदेश में मोदी की 9 रैलियां होनी हैं। लेकिन सरकार को आशंका है कि त्योहारों के बीच होने जा रही इन रैलियों से प्रदेश का माहौल खराब हो सकता है। माना जा रहा है कि मुजफ्फरनगर दंगे की वजह से अल्पसंख्यकों के निशाने पर आई सरकार अब सख्त रुख अपनाकर नुकसान की भरपाई करना चाहती है। सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगों की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन सेल का गठन किया है।
मुजफ्फरनगर दंगे की आग में यूपी की अखिलेश सरकार की साख भी राख हो गई। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सेक्युलर मन-मिजाज पर भी सवाल उठा। तमाम अल्पसंख्यक संगठनों ने एक सुर में यूपी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। ऐसे में अखिलेश सरकार अब कुछ सख्त संदेश देकर उनका गुस्सा शांत करना चाहती है। उसकी नजर बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैलियों से पैदा होने वाले हालात पर है। सरकार की ओर से कहा गया है कि रैलियों की इजाजत देने से पहले एलआईयू की रिपोर्ट मंगाकर हालात को परखा जाएगा।
कारागार मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि किसी को भी प्रदेश का माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इन रैलियों का हम बारीक परीक्षण करेंगे, तब कोई फैसला लिया जाएगा। साफ है कि नरेंद्र मोदी की रैलियों पर निशाना साधकर समाजवादी पार्टी की सरकार राजनीतिक संदेश देना चाहती है। संदेश ये कि वो बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को सीधी चुनौती दे रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आईबीएन7 के एडिटर इन चीफ राजदीप सरदेसाई से बातचीत में यूपी के बीजेपी प्रभारी अमित शाह के लिए इशारों में जो कहा, वो भी उनका इरादा साफ करता है।
उधर कानून व्यवस्था के नजरिये से भी रैलियों को लेकर फिक्र जताई जा रही है। नरेंद्र मोदी यूपी में 15 अक्टूबर से 25 दिसंबर के बीच नौ रैलियां करेंगे। शुरुआत कानपुर से होगी और बहराइच, झांसी, गोरखपुर जैसे शहरों के बाद आखिरी रैली राजधानी लखनऊ में होगी। लेकिन इस बीच 5 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। 13 को दशहरा है और 16 अक्टूबर को बकरीद। 4 नवंबर से 14 नवंबर तक मोहर्रम मनाया जाएगा यानी सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी।
दूसरी ओर बीजेपी ने मोदी की रैली पर रोक लगाने की किसी भी कोशिश का कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है। इस बीच मुजफ्फरनगर दंगे की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव सेल का गठन किया गया है। जाहिर है, यूपी में सियासत गर्म हो गई है लेकिन खतरा ये है कि कहीं ये सियासत अमन की उम्मीद को खाक न कर दे।
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Akhilesh yadav, BJP, Narendra modi
FIRST PUBLISHED : September 24, 2013, 12:12 IST