देश के मेट्रोपॉलिटन शहरों में शामिल बेंगलुरु में नववर्ष की पूर्व संध्या पर महिलाओं के साथ हुई छेड़खानी की घटनाओं पर केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह ने खेद जताते हुए कहा कि लोगों के जेहन में अब सवाल उठाने लगे हैं कि क्या देश के किसी भी हिस्से में महिलाएं सुरक्षित हैं.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से लोकसभा सांसद ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ‘‘लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या देश में कहीं भी महिलाएं सुरक्षित हैं?’’ उन्होंने लिखा है कि इस तरह की घटनाओं के पीछे गहरी जड़ें जमा चुके सामाजिक कारण हैं.
केंद्रीय मंत्री का कहना है, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि हमारी मौजूदा प्रणाली महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने में प्रभावी नहीं है. हमें दूसरे देशों से सीख लेनी चाहिए जो इस बुराई से सफलतापूर्वक निपट रहे हैं.’’ उन्होंने सलाह दी कि पहली बार अपराध करने वालों की एक सूची तैयार की जानी चाहिए और वह सभी कानूनी एजेंसियों के पास होनी चाहिए. वहीं बार-बार अपराध करने वालों या आदतन अपराधियों के खिलाफ कठोर रुख की सिफारिश करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों के रसायनिक बंध्याकरण के बारे में सोचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमें सुधार करने की जरूरत है. यह शुरुआत करने के लिए कोई बड़ी सूची नहीं है, लेकिन यह शुरुआत तो है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें अभी शुरुआत करने की जरूरत है, यदि हम अपनी पोतियों के लिए बेहतर हालात बनाना चाहते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 07, 2017, 19:37 IST