खुफिया एजेंसियों की ओर से सीमा सुरक्षा बलों को इनपुट दिए गए हैं कि अमृतपाल कहीं पाकिस्तान न भाग जाए. (फाइल फोटो)
एस. सिंह
चंडीगढ़. खालिस्तान समर्थक (Khalistani Supporters) और ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) पिछले 6 दिनों से पंजाब पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है. पंजाब के तमाम हिस्सों से उसके भागने की सीसीटीवी फुटेज तो पुलिस के हाथ लग रही हैं. लेकिन वो अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर ही है.
उधर, खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agency) की ओर से सीमा सुरक्षा बलों को इनपुट दिए गए हैं कि अमृतपाल कहीं पाकिस्तान (Pakistan) न भाग जाए. इसलिए सरहद पर कड़ी निगरानी की जाए. इस बीच पंजाब के सरहदी जिलों तरनतारन और फिरोजपुर में कल शुक्रवार 12 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को एक बार फिर ठप कर दिया गया है.
प्रारंभिक जांच के अनुसार, पुलिस ने कहा कि वह भागते समय जालंधर जिले के एक गुरुद्वारे में गया और कपड़े बदलकर मोटरसाइकिल से फरार हो गया. सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक अमृतपाल सिंह को 18 मार्च को जालंधर में एक एसयूवी से भागते हुए देखा गया था. वह अभी भी फरार है. ‘वारिस पंजाब दे’ पर कार्रवाई और उसके प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों की लगातार तलाश के बीच खालिस्तानी नेता को भागने में मदद करने वाले चार आरोपियों को बुधवार को जालंधर के शाहकोट पुलिस स्टेशन से अदालत ले जाया गया था. चारों आरोपियों की पहचान मनप्रीत, गुरदीप, हरप्रीत और गुरपेज के रूप में हुई है.
नंगल अंबिया गुरुद्वारे में बिताया समय
नंगल अंबिया गुरुद्वारे में क्या हुआ जहां अमृतपाल अपने सहयोगियों के साथ भाग कर गया था. एसएसपी जालंधर (ग्रामीण) स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि जब पुलिस ने उसका पीछा किया तो वह एक गुरुद्वारे में गया और एक ग्रंथी पर हमला कर दिया. उसने कपड़े देने के लिए मजबूर भी किया. उन सभी ने गुरुद्वारे में करीब 40-45 मिनट बिताए. उसने और सहयोगियों ने मोटरसाइकिल की व्यवस्था करने को कहा और फरार हो गए. एसएसपी ने कहा कि हमें अपनी जांच के दौरान पता चला है कि उन फरार आरोपियों ने गौरव गोरा नाम के एक व्यक्ति से मोटरसाइकिल मांगी थी. एक मोटरसाइकिल उसके पिता के नाम पर पंजीकृत है.
एसयूवी में भागते हुए सीसीटीवी फुटेज
इससे पहले, अमृतपाल 18 मार्च को जालंधर में एक एसयूवी में भागते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था. पंजाब पुलिस के आईजी (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि वह अभी भी फरार है. उसको गिरफ्तार करने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं. उम्मीद है वो जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आएगा. इससे पहले जालंधर के एक स्थानीय ग्रामीण ने कहा कि उन्हें मंगलवार को पता चला कि अमृतपाल सिंह और उसके साथी 18 मार्च को गांव आए थे. उसने स्थानीय गुरुद्वारे में कपड़े बदले, खाना खाया और फिर मोटरसाइकिल से चला गया.
स्थानीय लोगों का 18 मार्च को अमृतपाल का जालंधर में मौजूदगी का दावा
इस मामले पर पुलिस बाबाजी से पूछताछ कर थी जिन्होंने अब मान लिया है कि अमृतपाल यहां आया था. जालंधर गांव के स्थानीय लोगों ने 18 मार्च को अपने गांव में अमृतपाल सिंह की मौजूदगी का दावा किया था. स्थानीय ग्रामीणों के हवाले से एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. पंजाब पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
वीडियो में एक खेत के पास एक कार और बाइक पर इंतजार कर रहे पुरुषों को दिखाया गया है. एक और बाइक पास में खड़ी है और जैसे ही पहली बाइक तीन सवारों के साथ चलती है, दूसरी भी जाने के लिए तैयार हो जाते हैं. इससे पहले एक रेहड़ी पर सवारी ढोने का अमृतपाल का वीडियो भी जारी किया गया है.
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