पंजाब के मंत्री का दावा- पराली जलाने से नहीं खराब हो रही है दिल्ली की हवा

दिल्ली-एनसीआर के लिए पराली एक गंभीर मुसीबत बन कर उभरी है.
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में बीते शनिवार से ही वायु की गुणवत्ता (Air Quality) बहुत खराब रह रही है. दिवाली (Diwali) पर पटाखों के धुंए एवं पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' हो गई है.
- News18Hindi
- Last Updated: October 30, 2019, 6:19 PM IST
नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) में बढ़ते प्रदूषण (Pollution) के बीच पंजाब (Punjab) के एक मंत्री ने पराली (Parali) को लेकर बड़ा दावा किया है. कैप्टन सरकार के मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा (Tripat Rajinder Singh Bajwa) ने कहा, 'हम ये मानने को तैयार नहीं हैं कि पंजाब में पराली के जलने से दिल्ली की हवा खराब हो रही है. अगर पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली की हवा खराब होती तो हरियाणा में भी इसका असर दिखता. हालांकि पंजाब सरकार इस पर काम रही है कि पंजाब में कम से कम किसान पराली जलायें. पंजाब सरकार जल्दी ही पराली ना जलाने का पक्का समाधान निकाल लेगी और एक दो साल में ये समस्या बिल्कुल ही खत्म हो जाएगी.'
बता दें कि पूरे एनसीआर को धुंध और कोहरे ने जकड़ रखा है. लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है. दिल्ली-एनसीआर की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. सरकार द्वारा प्रदूषण को रोकने लिए तरह-तरह के उपायों पर चर्चा चल रही है तो इधर पराली जलाने की घटना में कमी नहीं आ रही है. पंजाब और हरियाणा में 29 अक्टूबर तक पराली जलाने की कम से कम 3000 हजार मामले सामने आए हैं.

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में बीते शनिवार से ही वायु की गुणवत्ता (Air Quality) बहुत खराब रह रही है. दिवाली (Diwali) पर पटाखों के धुंए एवं पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' हो गई है. वायु गुणवत्ता अनुमान एवं अनुसंधान सेवा (सफर) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी की संपूर्ण वायु गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर’ बनी हुई है.जानकारों का मानना है कि हरियाणा और पंजाब से पराली जलाने के बाद दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में गिरावट आई है. हर साल इस मौसम में वायु की गुणवत्ता में गिरावट आ जाती है. पिछले साल भी केंद्र सरकार और प्रदूषण पर काम करने वाली कई एजेंसियों ने पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए पंजाब और हरियाणा को कड़े निर्देश जारी किए थे. बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं.
ये भी पढ़ें:
हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी BJP, केजरीवाल को घेरने की तैयारी!
दिल्ली में DTC और कलस्टर बसों पर कल से तैनात होंगे 13 हजार मार्शल, महिलाओं को मिलेगी फ्री राइड
बता दें कि पूरे एनसीआर को धुंध और कोहरे ने जकड़ रखा है. लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है. दिल्ली-एनसीआर की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. सरकार द्वारा प्रदूषण को रोकने लिए तरह-तरह के उपायों पर चर्चा चल रही है तो इधर पराली जलाने की घटना में कमी नहीं आ रही है. पंजाब और हरियाणा में 29 अक्टूबर तक पराली जलाने की कम से कम 3000 हजार मामले सामने आए हैं.

पूरे एनसीआर को धुंध और कोहरे ने जकड़ रखा है.
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में बीते शनिवार से ही वायु की गुणवत्ता (Air Quality) बहुत खराब रह रही है. दिवाली (Diwali) पर पटाखों के धुंए एवं पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने के कारण वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' हो गई है. वायु गुणवत्ता अनुमान एवं अनुसंधान सेवा (सफर) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी की संपूर्ण वायु गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर’ बनी हुई है.जानकारों का मानना है कि हरियाणा और पंजाब से पराली जलाने के बाद दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में गिरावट आई है. हर साल इस मौसम में वायु की गुणवत्ता में गिरावट आ जाती है. पिछले साल भी केंद्र सरकार और प्रदूषण पर काम करने वाली कई एजेंसियों ने पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए पंजाब और हरियाणा को कड़े निर्देश जारी किए थे. बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं.
ये भी पढ़ें:
हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी BJP, केजरीवाल को घेरने की तैयारी!
दिल्ली में DTC और कलस्टर बसों पर कल से तैनात होंगे 13 हजार मार्शल, महिलाओं को मिलेगी फ्री राइड