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पंजाब: मानसा जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि से मचा हड़कंप, मारे गए 735 सूअर

सूअरों में अफ्रीकन स्‍वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है.

सूअरों में अफ्रीकन स्‍वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है.

पंजाब (Punjab) के मानसा जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African swine fever) की पुष्टि के बाद यहां रोकथाम के उपाय किए जा ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

पंजाब के मानसा में सूअरो में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि
पंजाब सरकार ने किए रोकथाम के उपाय, कई सूअरों को मारा
पशुपालकों को न हो नुकसान, सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

चंडीगढ़ (पंजाब): पंजाब (Punjab) के मानसा जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African swine fever) की पुष्टि के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. तलवंडी अकलिया गांव से जमा किए गए कुछ नमूनों में इस वायरस के मिलने के बाद इस इलाके को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. प्रभावितों में से 735 सूअरों (pig) को मार दिया गया है. ‘भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) -राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु से पुष्टि के बाद’ रोग संस्थान, भोपाल, पशुपालन विभाग ने प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करते हुए घोषित किया है.

वहीं, पंजाब के पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि यहां रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं.  करीब 1 किमी क्षेत्र को संक्रमित क्षेत्र और करीब 9 किमी क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित कर दिया है. जिले में बीमारी रोकने के प्रयास जारी हैं. प्रभावित करने वाले संक्रामक रोग की रोकथाम के लिए क्षेत्र में सूअर मारे गए हैं. वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के अनुसार, ASF एक अत्यधिक संचारणीय वायरल रोग है जो घरेलू और जंगली सूअरों को प्रभावित करता है और इसकी मृत्यु दर 100 प्रतिशत है.

घातक वायरल बीमारी आगे न फैले

यह वायरस कपड़े, जूते, पहियों और अन्य सामग्री पर जीवित रह सकता है, यह आसानी से मरता नहीं है. वहीं मानव स्‍वयं भी इस वायरस को फैलाने में भूमिका निभा सकता है. मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पंजाब प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि घातक वायरल बीमारी आगे न फैले. विभागीय अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि जिंदा या मृत सूअर (जंगली सूअरों सहित), नॉन- प्रोसेसड सूअर का मीट, सूअर पालन फार्म या बैकयार्ड सूअर पालन से कोई भी फीड या सामग्री को इंफैकटिड जोन से बाहर ले जाने और या कि ज़ोन में लाने से रोकना सुनिश्चित करें.

पंजाब सरकार ने रोकथाम के लिए कड़े प्रबंध किए 

मंत्रालय ने यह भी आदेश दिया है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी सुअर या सुअर के उत्‍पाद को बाजार में लाने या ले जाने का प्रयास न करे. कड़े प्रबंध हों और सूचीबद्ध बीमारी से संक्रमित सूअर या सूअर उत्पाद को मार्केट में लाने से रोका जाए. इससे पहले असम के गोलाघाट जिले और केरल के वायनाड में वायरल बीमारी का पता चला था. केरल में लगभग 43 सूअरों की मृत्यु हुई और कुछ में बीमारी के लक्षण दिखाई दिए थे. बीमारी की आशंका के बीच, पंजाब में अधिकारियों ने प्रभावितों में से 735 सूअरों को मार दिया है. ये पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, एसबीएस नगर और फाजिल्का जैसे जिले में पाए गए. हालांकि, सरकार ने कहा कि यह सुनिश्चित किया है कि सुअर पालन से जुड़े लोगों को नुकसान न हो, इसका मुआवजा दिया जाएगा.

Tags: Pig, Punjab

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