मोबाइल टावरों को नुकसान: पंजाब के राज्यपाल ने मुख्य सचिव, पुलिस प्रमुख को समन किया

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
राज्यपाल वीपी बदनौर (VP Singh Badnore) ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसे उपद्रवी और हिंसात्मक परिस्थितियों को संभालने के लिए तुरंत एक्शन लेना चाहिए और राज्य में कम्युनिकेशन के ढांचे को तबाह होने से बचाना चाहिए.
- News18Hindi
- Last Updated: January 4, 2021, 2:37 PM IST
चंडीगढ़. केन्द्र के कृषि कानूनों (New Farm Law) के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के दौरान 1,600 से ज्यादा मोबाइल टावरों (Mobile Towers) को नुकसान पहुंचाए जाने पर संज्ञान लेते हुए पंजाब के राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनोर ने बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानदेशक को समन कर जवाब मांगा. इस बीच, एसोचैम ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (CM Amarinder Singh) को पत्र लिखकर उनसे मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.
एसोचैम का कहना है कि पड़ोसी राज्यों से जुड़ने वाले मुख्य राजमार्गों के जाम होने के कारण रोजाना हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘पंजाब के राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनोर ने किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई तोड़फोड़ पर, जिसमें पिछले कुछ दिनों में 1600 से ज्यादा मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त किए गए हैं, गंभीरता से संज्ञान लिया है.’’
इस संदर्भ में बीजेपी के शीर्ष नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्यपाल से मिला और ज्ञापन सौंपा. बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को बीते कुछ दिनों में राज्य में हिंसा और उपद्रव को लेकर बनी परिस्थितियों की जानकारी दी और कहा कि कृषि कानून पर विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य की सरकारी एजेंसियां लॉ एंड ऑर्डर संभालने में नाकाम रही है. राज्यपाल ने इस संबंध में मुख्य सचिव और डीजीपी को पूरे मामले पर रिपोर्ट करने के लिए राजभवन तलब करने का निर्णय लिया है.
राज्यपाल वीपी बदनौर ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसे उपद्रवी और हिंसात्मक परिस्थितियों को संभालने के लिए तुरंत एक्शन लेना चाहिए और राज्य में कम्युनिकेशन के ढांचे को तबाह होने से बचाना चाहिए. मौजूदा वक्त में एजुकेशन ऑनलाइन चल रही है और मोबाइल टावरों को नुकसान होने से ना केवल छात्रों का नुकसान होगा, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ेगा.

उन्होंने सरकार से तुरंत कार्रवाई करने और ऐसी घटनाओं को रोकने और संचार ढांचा की सुरक्षा करने को कहा है.
एसोचैम का कहना है कि पड़ोसी राज्यों से जुड़ने वाले मुख्य राजमार्गों के जाम होने के कारण रोजाना हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘पंजाब के राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनोर ने किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई तोड़फोड़ पर, जिसमें पिछले कुछ दिनों में 1600 से ज्यादा मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त किए गए हैं, गंभीरता से संज्ञान लिया है.’’
इस संदर्भ में बीजेपी के शीर्ष नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्यपाल से मिला और ज्ञापन सौंपा. बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को बीते कुछ दिनों में राज्य में हिंसा और उपद्रव को लेकर बनी परिस्थितियों की जानकारी दी और कहा कि कृषि कानून पर विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य की सरकारी एजेंसियां लॉ एंड ऑर्डर संभालने में नाकाम रही है. राज्यपाल ने इस संबंध में मुख्य सचिव और डीजीपी को पूरे मामले पर रिपोर्ट करने के लिए राजभवन तलब करने का निर्णय लिया है.
राज्यपाल वीपी बदनौर ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसे उपद्रवी और हिंसात्मक परिस्थितियों को संभालने के लिए तुरंत एक्शन लेना चाहिए और राज्य में कम्युनिकेशन के ढांचे को तबाह होने से बचाना चाहिए. मौजूदा वक्त में एजुकेशन ऑनलाइन चल रही है और मोबाइल टावरों को नुकसान होने से ना केवल छात्रों का नुकसान होगा, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ेगा.
उन्होंने सरकार से तुरंत कार्रवाई करने और ऐसी घटनाओं को रोकने और संचार ढांचा की सुरक्षा करने को कहा है.