Corona: CM अमरिंदर का केंद्र पर हमला, कहा- टीकाकरण में देरी ना होती तो स्थिति बेहतर होती

अमरिंदर सिंह ने सरकार पर साधा निशाना. (File pic)
पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने केंद्र सरकार के उस आरोप के जवाब में यह बात कही कि पंजाब ने कोरोना वायरस जांच और संक्रमितों को पृथक-वास में भेजने के मामलों में पर्याप्त प्रयास नहीं किए.
- News18Hindi
- Last Updated: April 1, 2021, 3:21 PM IST
चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) में कोविड-19 प्रबंधन (Covid 19) को लेकर केंद्र की आलोचना पर आपत्ति जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder singh) ने बुधवार को कहा कि राज्य में प्रति दस लाख पर जांच दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि यदि केंद्र सरकार ने टीकाकरण प्रक्रिया में देरी नहीं की होती तो स्थिति और बेहतर होती.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने यदि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण में शामिल किये जाने के राज्य के आग्रह को मान लिया होता तो मौजूदा स्थिति और बेहतर होती. उन्होंने कहा कि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण में शामिल करने में करीब दो महीने का समय लग गया.
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के उस आरोप के जवाब में यह बात कही कि पंजाब ने कोरोना वायरस जांच और संक्रमितों को पृथक-वास में भेजने के मामलों में पर्याप्त प्रयास नहीं किए. मुख्यमंत्री ने बयान जारी कर कहा कि उनकी सरकार ने सामाजिक आयोजनों पर कड़ी पाबंदी लगा दी है एवं सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद कर दिया है.
इसके अलावा सर्वाधिक प्रभावित 11 जिलों में रात नौ बजे से सुबह पांच बजे के बीच रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है. सिंह ने यह भी कहा कि आठ अप्रैल को स्थिति की समीक्षा किए जाने के बाद और कठोर पाबंदियों पर विचार किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने यदि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण में शामिल किये जाने के राज्य के आग्रह को मान लिया होता तो मौजूदा स्थिति और बेहतर होती. उन्होंने कहा कि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण में शामिल करने में करीब दो महीने का समय लग गया.

इसके अलावा सर्वाधिक प्रभावित 11 जिलों में रात नौ बजे से सुबह पांच बजे के बीच रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है. सिंह ने यह भी कहा कि आठ अप्रैल को स्थिति की समीक्षा किए जाने के बाद और कठोर पाबंदियों पर विचार किया जाएगा.