खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह खालसा वहीर यात्रा के दौरान. (फोटो-न्यूज़18)
अमृतसर: पंजाब खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की ताजा ‘खालसा वहीर यात्रा’ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है. जिसके मुताबिक इस यात्रा से पंजाब के युवाओं में खालिस्तान सेंटीमेंट पूरी तरीके से जागृत किया जा रहा है. इसके अलावा पहले से ही संदिग्ध रहा अमृतपाल इस यात्रा से पंजाब में अपने समर्थकों का मजबूत कैडर बेस भी बना रहा है. इससे पहले भी पिछले कुछ महीनों से अमृतपाल पर खालिस्तानी विचारधारा को पंजाब में बढ़ावा देने का आरोप लगा है. जिसके चलते उसे कई बार नजरबंद रखा गया और उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर पाबंदी लगाई गई.
हत्यारों और चरमपंथियों का समर्थक
अमृतपाल का नाम पिछले कई महीनों से पंजाब में हो रही खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में है. चाहे वह अमृतसर का सूरी हत्याकांड हो या फिर तरनतारन में धार्मिक गुरु की हत्या. अमृतपाल के बयान ऐसे जघन्य हत्याकांड के आरोपियों के समर्थन में आते रहे हैं. अगर अमृतपाल की पंजाब में चल रही खालसा वाहीर यात्रा की तस्वीरों की बात की जाए तो इसमें दीप सिद्धू और भिंडरावाले की तस्वीरें हैं. दीप सिद्धू ने किसान आंदोलन में लालकिले पर तिरंगे को अपमानित किया था और भिंडरावाले को एक चरमपंथी नेता माना जाता है. इसी पोस्टर पर अमृतपाल की यात्रा का पूरा कार्यक्रम है. अमृतपाल यात्रा के माध्यम से धर्म के नाम पर ज्यादा से ज्यादा पंजाब के युवाओं को इससे जोड़ने की कोशिश कर रहा है.
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मुख्य उद्देश्य पंजाब में खालिस्तान को बढ़ावा देना
जिस जगह इस यात्रा को रुकना होता है वहां धार्मिक आयोजन कर उसे रोका जाता है. खुफिया और सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक पहले सिर्फ अपने बयानों और जलसों के लिए चर्चा में आया अमृतपाल अब और ज्यादा मजबूत मंसूबों को लेकर पंजाब की यात्रा के लिए निकल चुका है. इसके पीछे मकसद सिर्फ यही है कि पंजाब के युवाओं में खालिस्तानी अलगाववाद आतंकवाद की आग जलाना.
यात्रा की हर गतिविधि पर एजेंसी की पैनी नजर
खुफिया एजेंसी सूत्रों से मुताबिक अमृतपाल की इस यात्रा को कई तरीके से संदिग्ध मानकर उस पर नजर रखी जा रही है. जिसमे इस यात्रा की फंडिंग का सोर्स कहां से है यानी पैसा कहां से आ रहा है. खुफिया एजेंसी आयोजकों पर भी पैनी नजर बनाये हुए हैं. क्योंकि बड़ी तादाद में एनआरआई (NRI) इस सूची में शामिल हैं. यात्रा के दौरान अमृतपाल के संपर्क में आये लोग भी सुरक्षा एजेंसी के रडार पर हैं. वहीं यात्रा के दौरान अमृतपाल और उसके समर्थकों की स्पीच का भी आकलन किया जा रहा है ताकि कोई भड़काऊ स्थिति न उपजे.
सोशल मीडिया पर लगा था प्रतिबंध
इससे पहले अमृतपाल के बयानों के चलते उसे नजरबंद किया गया था और उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पाबंदी लगाई थी. क्योंकि उनमें खालिस्तान के समर्थन में बातें कही गई थीं. अब यह यात्रा हमारे देश की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के लिए आकलन का नया विषय बन गई है और इसके हर पहलू पर बेहद नजदीकी से नजर रखी जा रही है.
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