दिल्ली बॉर्डर से गांव लौटे पंजाब के युवा किसान ने 2 दिन बाद किया सुसाइड

दिल्ली सीमा पर डटे हैं किसान. (Pic- ani file)
farmer Suicide: पुलिस ने बताया कि वह शुक्रवार को अपने गांव लौटे थे. उन्होंने शनिवार रात को अपने घर पर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया.
- News18Hindi
- Last Updated: December 21, 2020, 7:38 AM IST
चंडीगढ़. दिल्ली की सीमा (Delhi Border) के पास प्रदर्शन स्थल (Farmer Protest) से लौटे 22 वर्षीय युवा किसान ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके कथित रूप से खुदकुशी कर ली. पुलिस ने रविवार को बताया कि बठिंडा जिले के दयालपुरा मिर्जा गांव के निवासी गुरलाभ सिंह दिल्ली बॉर्डर के पास चल रहे प्रदर्शन का हिस्सा थे.
पुलिस ने बताया कि किसान शुक्रवार को अपने गांव लौटे थे. शनिवार रात को अपने घर पर जहरीला पदार्थ खा लिया. परिवार ने किसान को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के कारण का पता लगाया जाएगा.
पंजाब और हरियाणा समेत देश के अलग-अलग इलाकों के किसान दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि सरकार इन कृषि कानूनों को रद्द करे.
केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों को रविवार को आमंत्रित किया और कहा कि वे इसकी तिथि तय करें. सरकार ने कहा है कि कृषि कानूनों में पहले जिन संशोधनों का प्रस्ताव दिया गया था, उन्हें लेकर जो चिंताएं हैं, संगठन वे भी बताएं. केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने इस संदर्भ में किसानों के 40 संगठनों को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि केंद्र किसानों की सभी चिंताओं का उचित समाधान निकालने की खातिर ‘खुले मन से’ हरसंभव प्रयास कर रहा है.
सरकार से किसानों की अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है जो विफल रही है. किसानों के संगठनों की एक बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी बैठक हो चुकी है, लेकिन उसका नतीजा भी शून्य रहा है.
पुलिस ने बताया कि किसान शुक्रवार को अपने गांव लौटे थे. शनिवार रात को अपने घर पर जहरीला पदार्थ खा लिया. परिवार ने किसान को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के कारण का पता लगाया जाएगा.
पंजाब और हरियाणा समेत देश के अलग-अलग इलाकों के किसान दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि सरकार इन कृषि कानूनों को रद्द करे.
केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों को रविवार को आमंत्रित किया और कहा कि वे इसकी तिथि तय करें. सरकार ने कहा है कि कृषि कानूनों में पहले जिन संशोधनों का प्रस्ताव दिया गया था, उन्हें लेकर जो चिंताएं हैं, संगठन वे भी बताएं. केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने इस संदर्भ में किसानों के 40 संगठनों को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि केंद्र किसानों की सभी चिंताओं का उचित समाधान निकालने की खातिर ‘खुले मन से’ हरसंभव प्रयास कर रहा है.
सरकार से किसानों की अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है जो विफल रही है. किसानों के संगठनों की एक बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी बैठक हो चुकी है, लेकिन उसका नतीजा भी शून्य रहा है.