वर्ष 2024 के आम चुनावों की तैयारी जुटा सेवादल, अजमेर में मंथन कर रही है राष्ट्रीय कार्यकारिणी

सेवादल के जरिए कांग्रेस देश में आजादी की एक नई लड़ाई बीजेपी के खिलाफ शुरू करने जा रही है.
कांग्रेस का अग्रिम संगठन सेवादल (Seva Dal) गत दो दिन से प्रदेश के अजमेर में बैठकर आगामी चुनावों की तैयारियों में जुटा है. यहां सेवादल की 11वीं विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी (National Executive) की तीन दिवसीय बैठक चल रही है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 16, 2020, 11:12 PM IST
अजमेर. कांग्रेस (Congress) की ओर से वर्ष 2024 के आम चुनावों की तैयारी शुरू कर दी गई है. इसके लिए अग्रिम पंक्ति के उसके सबसे पुराने संगठन सेवादल (Seva Dal) को आगे किया गया है. अजमेर के दौराई में मंगलवार से शुरू हुई सेवादल की 11वीं विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी (National Executive) की तीन दिवसीय बैठक में देश में चल रहे तमाम राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों को पर व्यापक चर्चा की जा रही है. बैठक में सेवादल के सभी प्रदेशों के अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद हैं.
सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई के मुताबिक पिछले 6 बरसों में देश अपनी दिशा से भटक गया है. यहां भेदभाव और असमानता की विचारधारा हावी हो रही है. ऐसे विपरीत माहौल में सेवादल अपनी रचनात्मक भूमिका किस तरह से निभा सकता है इस पर मंथन होगा. आने वाले दिनों में देशव्यापी जनजागरण का रोडमैप तैयार किया जाएगा.
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पुरानी पहचान को वापस से स्थापित करना चाहता है सेवादल
सेवादल इस बैठक के जरिए अपनी पुरानी पहचान को वापस से स्थापित करना चाहता है और यही कारण है कि कैडर की जब भी बात आती है तो उसकी तुलना आरएसएस से की जाती रही है. लेकिन सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सेवादल को आरएसएस की तरह बिल्कुल नहीं बनाना चाहते हैं. इसके लिये संगठनात्मक रूप से ढांचे में बदलाव कर युवा पीढ़ी को इससे जोड़कर देश में रचनात्मक छवि बनाने का बीड़ा उठाया गया है. सेवादल के जरिए कांग्रेस देश में आजादी की एक नई लडाई बीजेपी के खिलाफ शुरू करने जा रही है. इसका नारा भी दिया गया है.
गत वर्ष भी अजमेर में हुआ था राष्ट्रीय अधिवेशन
पिछले साल फरवरी महीने में इसी अजमेर में सेवादल के राष्ट्रीय अधिवेशन में राहुल गांधी ने भी सेवादल को कांग्रेस की अग्रिम पंक्ति में रखते हुए आरएसएस से लड़ने के लिए तैयार करने का आह्वान किया था. महज 20 महीने में दूसरी बार सेवादल की अजमेर में राष्ट्रीय स्तर की बैठक का होना इस बात को र्दशाता है कि कांग्रेस अपने सबसे पुराने संगठन को सबसे मजबूत हथियार के रूप में तैयार करने में जुट गई है. इसकी झलक आने वाले दिनों में देखने को भी मिलेगी। पिछले साल फरवरी में अजमेर में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान सेवादल की सदस्यता 12 हजार थी जो अब बढ़कर 3 लाख हो गई है. अगले साल तक इसे 10 लाख करने का लक्ष्य रखा गया है. जाहिर है कांग्रेस अपनी तैयारियों को एक सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दे रही है.
सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई के मुताबिक पिछले 6 बरसों में देश अपनी दिशा से भटक गया है. यहां भेदभाव और असमानता की विचारधारा हावी हो रही है. ऐसे विपरीत माहौल में सेवादल अपनी रचनात्मक भूमिका किस तरह से निभा सकता है इस पर मंथन होगा. आने वाले दिनों में देशव्यापी जनजागरण का रोडमैप तैयार किया जाएगा.
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सेवादल इस बैठक के जरिए अपनी पुरानी पहचान को वापस से स्थापित करना चाहता है और यही कारण है कि कैडर की जब भी बात आती है तो उसकी तुलना आरएसएस से की जाती रही है. लेकिन सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सेवादल को आरएसएस की तरह बिल्कुल नहीं बनाना चाहते हैं. इसके लिये संगठनात्मक रूप से ढांचे में बदलाव कर युवा पीढ़ी को इससे जोड़कर देश में रचनात्मक छवि बनाने का बीड़ा उठाया गया है. सेवादल के जरिए कांग्रेस देश में आजादी की एक नई लडाई बीजेपी के खिलाफ शुरू करने जा रही है. इसका नारा भी दिया गया है.
गत वर्ष भी अजमेर में हुआ था राष्ट्रीय अधिवेशन
पिछले साल फरवरी महीने में इसी अजमेर में सेवादल के राष्ट्रीय अधिवेशन में राहुल गांधी ने भी सेवादल को कांग्रेस की अग्रिम पंक्ति में रखते हुए आरएसएस से लड़ने के लिए तैयार करने का आह्वान किया था. महज 20 महीने में दूसरी बार सेवादल की अजमेर में राष्ट्रीय स्तर की बैठक का होना इस बात को र्दशाता है कि कांग्रेस अपने सबसे पुराने संगठन को सबसे मजबूत हथियार के रूप में तैयार करने में जुट गई है. इसकी झलक आने वाले दिनों में देखने को भी मिलेगी। पिछले साल फरवरी में अजमेर में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान सेवादल की सदस्यता 12 हजार थी जो अब बढ़कर 3 लाख हो गई है. अगले साल तक इसे 10 लाख करने का लक्ष्य रखा गया है. जाहिर है कांग्रेस अपनी तैयारियों को एक सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दे रही है.