उपचुनाव में हाथ से फिसली अलवर लोकसभा सीट को फिर से हासिल करने के लिए बीजेपी ने दोबारा से
पर भरोसा जताया है. बीजेपी ने अलवर से इस बार पूर्व सांसद दिवंगत मंहत चांदनाथ के शिष्य
को अपना प्रत्याशी बनाया है. बाबा बालकनाथ को महंत चांदनाथ ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.
के रहने वाले हैं. महज छह वर्ष की आयु में वर्ष 1991 में वह हरियाणा के रोहतक में बाबा मस्तनाथ मठ अस्थल बोहर के महंत चांदनाथ योगी के शिष्य बन गए थे. बालकनाथ पिछले 15 साल से हनुमानगढ़ जिले में बाबा मत्सनाथ आश्रम में रह रहे थे. वह महंत चांदनाथ के काफी नजदीकी रहे हैं. महंत चांदनाथ भी शुरुआती दिनों में इसी आश्रम में रहते थे.
चांदनाथ अलवर के बहरोड़ से 2004 में उपचुनाव में विधायक चुने गए थे. उसके बाद 2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर सांसद बने थे. वर्ष 2016 में महंत चांदनाथ योगी ने अस्वस्थ होने के कारण 29 जुलाई को रोहतक में बालकनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. इस मौके पर बाबा रामदेव और योगी आदित्यनाथ सहित कई राज्यों के महंत मौजूद थे.
वर्ष 2017 में महंत चांदनाथ का निधन हो गया. उसके बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी ने अलवर से अपने तत्कालीन मंत्री जसवंत सिंह यादव को चुनाव मैदान में उतारा था. इस दौरान भी बालकनाथ ने अलवर लोकसभा सीट के लिए अपनी दावेदारी जताई थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिली. जसवंत सिंह यादव के सामने कांग्रेस ने पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया. इस उपचुनाव में यह सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई. अब बीजेपी ने एक बार फिर इस सीट पर जीत दर्ज कराने के लिए महंत बालकनाथ को चुनाव मैदान में उतारा है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : March 29, 2019, 16:54 IST