बाड़मेर: पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का BJP नेता को गाली देने वाला ऑडियो वायरल

बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का कथित तौर पर गाली देने वाला एक ऑडियो वायरल हो रहा है.
पश्चिमी राजस्थान के कद्दावर जाट नेता और बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी (Sonaram Choudhary) का एक ऑडियो (Audio) सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें वह गाली-गलौज करते सुनाई पड़ रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 27, 2020, 8:31 PM IST
बाड़मेर. पश्चिमी राजस्थान के कद्दावर जाट नेता और बीजेपी व कांग्रेस से पूर्व सांसद, विधायक रहे कर्नल सोनाराम चौधरी (Sonaram Choudhary) का एक ऑडियो (Audio) सोशल मीडिया (Social Media) पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में पूर्व सांसद कर्नल सोना राम चौधरी किसी बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता से फोन पर बात करते हुए सुनाई दे रहे हैं. इस बातचीत में बीजेपी के द्वारा उनको जिला प्रमुख का दावेदार नहीं बनाने का दर्द झलक रहा है, तो वहीं बातचीत में कर्नल सोना राम चौधरी शाब्दिक मर्यादाएं लांघते हुए सुनाई दे रहे हैं.
हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस ऑडियो की News18 नहीं करता है, लेकिन कथित रूप वायरल हो रहे इस वीडियों में जो दावा किया जा रहा है कि वह आवाज सोनाराम चौधरी की ही है. इसको लोगों तक पहुंचा रहा है. ऑडियो में सोनाराम चौधरी अपने साथ भाजपा नेताओं के द्वारा धोखा देने की बात कर रहे हैं. इस बातचीत के दौरान चौधरी ने भाजपा नेताओं को भद्दी-भद्दी गालियां देते सुनाई पड़ रहे हैं.
आपको बता दें कि कर्नल सोनाराम चार बार सांसद रहे और एक बार विधायक रहे चुके हैं. इस बातचीत में जहां वह भाजपा की खिलाफत करते हुए सुनाई दे रहे हैं वहीं कार्यकर्ताओं से भी भाजपा से दूर रहने की बात करते सुनाई दे रहे हैं. इस तरह के अपशब्द एक सवाल यह भी उठाते हैं कि सार्वजनिक जीवन में शालीन नजर आने वाले नेताओं की जुबान कितनी गंदी हो चुकी है.
कोटा: स्कूल शिक्षा मंत्री डोटासरा ने दिए संकेत, प्रदेश में जल्द खुल सकते हैं स्कूल और कोचिंग इंस्टीट्यूट2014 के लोकसभा चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के संस्थापक सदस्य व दिग्गज भाजपा नेता जसवंत सिंह जसोल के बीच राजनीतिक द्वंद के चलते जसंवत सिंह जसोल को दरकिनार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस से बायतु से विधानसभा का चुनाव हारने वाले सोनाराम चौधरी को अपने खेमे में लिया था. इसके बाद तमाम उनको बाड़मेर से सांसद बनाया. जसवंत सिंह बागी हुए, लेकिन चुनाव हार गए. इसके बाद से जसवंत सिंह के समर्थकों पर सोनाराम वैसे ही निशाने पर हैं. वहीं रही-सही कसर उन्होंने पांच साल के कार्यकाल में जसवंत सिंह से जुड़े लोगों को बेवजह व्यक्तिगत नुकसान पहुंचा कर भी अपनी राजनीतिक विरासत खो ली है.
2014 में बीजेपी ने नहीं दी टिकट
इसके बाद बीजेपी ने 2019 में उनकी जगह कैलाश चौधरी को टिकट दे दिया. इससे सोनाराम न कांग्रेस के रहे और न ही बीजेपी के हो पाए. ऐसे में असमंजस की स्थिति में खड़े कर्नल अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर आशंकित हैं. हालांकि उन्होंने 21 साल तक दुनिया की सर्वाधिक अनुशासित फौज इंडियन आर्मी में अनुशासन के साथ सेवाएं दी, लेकिन विदा लेती उम्र के पड़ाव में उनकी जुबान से गुजरते शब्दों ने उनके व्यक्तित्व को कलंकित कर दिया है.
हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस ऑडियो की News18 नहीं करता है, लेकिन कथित रूप वायरल हो रहे इस वीडियों में जो दावा किया जा रहा है कि वह आवाज सोनाराम चौधरी की ही है. इसको लोगों तक पहुंचा रहा है. ऑडियो में सोनाराम चौधरी अपने साथ भाजपा नेताओं के द्वारा धोखा देने की बात कर रहे हैं. इस बातचीत के दौरान चौधरी ने भाजपा नेताओं को भद्दी-भद्दी गालियां देते सुनाई पड़ रहे हैं.
आपको बता दें कि कर्नल सोनाराम चार बार सांसद रहे और एक बार विधायक रहे चुके हैं. इस बातचीत में जहां वह भाजपा की खिलाफत करते हुए सुनाई दे रहे हैं वहीं कार्यकर्ताओं से भी भाजपा से दूर रहने की बात करते सुनाई दे रहे हैं. इस तरह के अपशब्द एक सवाल यह भी उठाते हैं कि सार्वजनिक जीवन में शालीन नजर आने वाले नेताओं की जुबान कितनी गंदी हो चुकी है.
कोटा: स्कूल शिक्षा मंत्री डोटासरा ने दिए संकेत, प्रदेश में जल्द खुल सकते हैं स्कूल और कोचिंग इंस्टीट्यूट2014 के लोकसभा चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के संस्थापक सदस्य व दिग्गज भाजपा नेता जसवंत सिंह जसोल के बीच राजनीतिक द्वंद के चलते जसंवत सिंह जसोल को दरकिनार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस से बायतु से विधानसभा का चुनाव हारने वाले सोनाराम चौधरी को अपने खेमे में लिया था. इसके बाद तमाम उनको बाड़मेर से सांसद बनाया. जसवंत सिंह बागी हुए, लेकिन चुनाव हार गए. इसके बाद से जसवंत सिंह के समर्थकों पर सोनाराम वैसे ही निशाने पर हैं. वहीं रही-सही कसर उन्होंने पांच साल के कार्यकाल में जसवंत सिंह से जुड़े लोगों को बेवजह व्यक्तिगत नुकसान पहुंचा कर भी अपनी राजनीतिक विरासत खो ली है.
2014 में बीजेपी ने नहीं दी टिकट
इसके बाद बीजेपी ने 2019 में उनकी जगह कैलाश चौधरी को टिकट दे दिया. इससे सोनाराम न कांग्रेस के रहे और न ही बीजेपी के हो पाए. ऐसे में असमंजस की स्थिति में खड़े कर्नल अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर आशंकित हैं. हालांकि उन्होंने 21 साल तक दुनिया की सर्वाधिक अनुशासित फौज इंडियन आर्मी में अनुशासन के साथ सेवाएं दी, लेकिन विदा लेती उम्र के पड़ाव में उनकी जुबान से गुजरते शब्दों ने उनके व्यक्तित्व को कलंकित कर दिया है.