नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहनों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई

नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहनों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई
बारां शहर सहित जिले में निजी स्कूलों के बच्चों को लाने ले जाने के लिए अवैध रूप से संचालित वाहन नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार बच्चों को पिक एंड ड्रॉप करने वाले वाहनों में तय क्षमता से अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए.
- ETV Rajasthan
- Last Updated: October 13, 2017, 4:04 PM IST
बारां शहर सहित जिले में निजी स्कूलों के बच्चों को लाने ले जाने के लिए अवैध रूप से संचालित वाहन नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार बच्चों को पिक एंड ड्रॉप करने वाले वाहनों में तय क्षमता से अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए.
जिले भर में तीन पहिया, आटो और बस चालक नियम को ताक पर रखकर क्षमता से कई गुना बच्चों को भर कर स्कूल लाते ओर ले जाते है. उनकी इन हरकत से स्कूलो में पढ़ने वाले बच्चों को जान से हमेशा खतरा बना रहता है. स्कूलों के वाहनों के द्धारा होने वाली बच्चों की जान से खिलवाड़ को लेकर आज से शिक्षा विभाग ने इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
बारां शहर के चारमूर्ति चैराहे पर शिक्षा विभाग की ओर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की गई. इसमें पचास से अधिक निजी स्कूलों के वाहनों की जांच की गई. पुलिस को इस दौरान क्षमता से कई अधिक बच्चे इन वाहनों में बैठे हुऐ मिले और वाहनों का कलर समेत चालक की पहचान सहित कई कमिंया पाई गई.
जिला शिक्षा अधिकारी पांचू लाल सैनी का कहना कि निजी स्कूल के संचालित वाहनों को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन उनका पालन नहीं कियी जा रहा है. जिन वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चे और सुरक्षा के इंतजाम अधूरे पाए गए हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.(रिपोर्ट - विपिन)
जिले भर में तीन पहिया, आटो और बस चालक नियम को ताक पर रखकर क्षमता से कई गुना बच्चों को भर कर स्कूल लाते ओर ले जाते है. उनकी इन हरकत से स्कूलो में पढ़ने वाले बच्चों को जान से हमेशा खतरा बना रहता है. स्कूलों के वाहनों के द्धारा होने वाली बच्चों की जान से खिलवाड़ को लेकर आज से शिक्षा विभाग ने इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
बारां शहर के चारमूर्ति चैराहे पर शिक्षा विभाग की ओर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की गई. इसमें पचास से अधिक निजी स्कूलों के वाहनों की जांच की गई. पुलिस को इस दौरान क्षमता से कई अधिक बच्चे इन वाहनों में बैठे हुऐ मिले और वाहनों का कलर समेत चालक की पहचान सहित कई कमिंया पाई गई.
जिला शिक्षा अधिकारी पांचू लाल सैनी का कहना कि निजी स्कूल के संचालित वाहनों को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन उनका पालन नहीं कियी जा रहा है. जिन वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चे और सुरक्षा के इंतजाम अधूरे पाए गए हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.(रिपोर्ट - विपिन)