Rajasthan : बारां में अपहरण कर युवती से 1 महीने तक गैंगरेप, आरोपियों की धमकी से पीड़ित परिवार ने छोड़ा गांव

गैंगरेप के आरोपियों की धमकियों से पीड़ित परिवार ने गांव छोड़ा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राजस्थान के बारां जिले में एक युवती को 1 महीने तक बंधक बनाकर गैंगरेप करने का मामला सामने आया है. युवती का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया जा चुका है, लेकिन आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: October 3, 2020, 9:12 PM IST
बारां. राजस्थान (Rajasthan) के बारां (Baran) में 19 वर्षीय एक युवती अपहरण कर 1 महीने तक बंधक बनाकर गैंग रेप (Gang rape) करने का मामला सामने आया है. मामले में पीड़िता लगातार पुलिस से न्याय की मांग कर रही है. लेकिन 161 और 164 के बयानों के बाद भी पुलिस ने आरोपियों (Accused) को गिरफ्तार नहीं किया है. पीड़ित परिवार को आरोपियों और उसके सहयोगियों द्वारा लगातार केस वापस लेने की धमकी दी जा रही है. जिसके चलते पीड़ित परिवार गांव छोड़कर कहीं और रहने को मजबूर है.
घुमाने के बहाने किया अपहरण
मामला बारां जिले के सीसवाली थाना क्षेत्र का है. यहां 19 वर्षीय एक युवती को 1 जुलाई को गांव के ही दो युवक घुमाने के बहाने मोटरसाइकिल पर बैठा कर मध्य प्रदेश के हीरापुर ले गए. वहां उन्होंने एक मकान में लड़की को महीने भर बंधक बना कर रखा. इस बीच वे उसके साथ रेप करते रहे. इस दौरान युवती का कहना है कि वह चिल्लाती रही, खुद को बचाने की कोशिश करती रही, लेकिन उसको कमरे में ताला लगाकर बंद कर दिया जाता था. उसे किसी से बात नहीं करने दी जाती थी. युवती द्वारा लगातार अपने घर जाने की बात कहने और अपने साथ हो रहे दुराचार के विरोध करने पर मारापीटा जाता रहा. बाद में मामला बिगड़ता देख 1 लड़के ने उससे डरा धमका कर शादी के स्टांप पर साइन करवा लिया. शादी के बाद दोनों युवक उसे मांगरोल के रेनगढ़ गांव ले आए, जहां दोनों युवक उससे दुष्कर्म करते रहे.
राहगीर की मदद से किया जीजा को फोनएक रोज लड़की ने मौका पाकर एक राहगीर के मोबाइल से अपने जीजा को फोन किया. तब जाकर करीब 1 महीने बाद सीसवाली थाना पुलिस ने लड़की के परिजनों के साथ मौके पर पहुंचकर लड़की को छुड़ाया. साथ ही दोनों लड़कों को भी थाने लाया गया. यहां पुलिस ने लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया और लड़कों को छोड़ दिया.
परिवार ने दर्ज करवाई FIR
लड़की द्वारा घटना की जानकारी अपने पिता को देने के बाद पुलिस में पीड़ित परिवार ने मामला दर्ज कराया. जहां युवती ने अपने साथ दुष्कर्म की बात बताई. मजिस्ट्रेट बयान में भी युवती ने अपने साथ गैंगरेप की बात दोहराई. बावजूद इसके पुलिस 2 महीने से जांच के नाम पर इस मामले को दबाने में लगी हुई है. इस बीच आरोपियों के सहयोगीयों द्वारा पीड़ित परिवार को लगातार रिपोर्ट वापस लेने और समझौते करने की धमकी दी जा रही है. धमकियों से डरा परिवार अपना गांव छोड़ लड़की के बुआ के यहां रहने को मजबूर है. इस मामले में जांच अधिकारी अंता पुलिस उपाधीक्षक जिनेन्द्र जैन का कहना है कि इस संबंध में अनुसंधान जारी है.
घुमाने के बहाने किया अपहरण
मामला बारां जिले के सीसवाली थाना क्षेत्र का है. यहां 19 वर्षीय एक युवती को 1 जुलाई को गांव के ही दो युवक घुमाने के बहाने मोटरसाइकिल पर बैठा कर मध्य प्रदेश के हीरापुर ले गए. वहां उन्होंने एक मकान में लड़की को महीने भर बंधक बना कर रखा. इस बीच वे उसके साथ रेप करते रहे. इस दौरान युवती का कहना है कि वह चिल्लाती रही, खुद को बचाने की कोशिश करती रही, लेकिन उसको कमरे में ताला लगाकर बंद कर दिया जाता था. उसे किसी से बात नहीं करने दी जाती थी. युवती द्वारा लगातार अपने घर जाने की बात कहने और अपने साथ हो रहे दुराचार के विरोध करने पर मारापीटा जाता रहा. बाद में मामला बिगड़ता देख 1 लड़के ने उससे डरा धमका कर शादी के स्टांप पर साइन करवा लिया. शादी के बाद दोनों युवक उसे मांगरोल के रेनगढ़ गांव ले आए, जहां दोनों युवक उससे दुष्कर्म करते रहे.
राहगीर की मदद से किया जीजा को फोनएक रोज लड़की ने मौका पाकर एक राहगीर के मोबाइल से अपने जीजा को फोन किया. तब जाकर करीब 1 महीने बाद सीसवाली थाना पुलिस ने लड़की के परिजनों के साथ मौके पर पहुंचकर लड़की को छुड़ाया. साथ ही दोनों लड़कों को भी थाने लाया गया. यहां पुलिस ने लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया और लड़कों को छोड़ दिया.
परिवार ने दर्ज करवाई FIR
लड़की द्वारा घटना की जानकारी अपने पिता को देने के बाद पुलिस में पीड़ित परिवार ने मामला दर्ज कराया. जहां युवती ने अपने साथ दुष्कर्म की बात बताई. मजिस्ट्रेट बयान में भी युवती ने अपने साथ गैंगरेप की बात दोहराई. बावजूद इसके पुलिस 2 महीने से जांच के नाम पर इस मामले को दबाने में लगी हुई है. इस बीच आरोपियों के सहयोगीयों द्वारा पीड़ित परिवार को लगातार रिपोर्ट वापस लेने और समझौते करने की धमकी दी जा रही है. धमकियों से डरा परिवार अपना गांव छोड़ लड़की के बुआ के यहां रहने को मजबूर है. इस मामले में जांच अधिकारी अंता पुलिस उपाधीक्षक जिनेन्द्र जैन का कहना है कि इस संबंध में अनुसंधान जारी है.