मंदिर गुम्बद गिरने से छाबड़ा में दो मकान क्षतिग्रस्त, बाल-बाल बचे दोनों परिवारों के सदस्य

बारां जिले के छाबड़ा स्थित सेवनखेड़ी गांव में मंदिर की गुम्बद गिरने से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए.
बारां जिले के छाबड़ा में स्थित एक हनुमान मंदिर की गुम्बद गिर जाने से आसपास के दो मकान काफी क्षतिग्रस्त हो गए. इस हादसे में दोनों परिवारों के सदस्य बाल-बाल बच गए. अचानक हुए इस हादसे से दोनों परिवारों के सदस्य सकते में आ गए.
- ETV Rajasthan
- Last Updated: September 24, 2017, 5:53 PM IST
बारां जिले के छाबड़ा में स्थित एक हनुमान मंदिर की गुम्बद गिर जाने से आसपास के दो मकान काफी क्षतिग्रस्त हो गए. इस हादसे में दोनों परिवारों के सदस्य बाल-बाल बच गए. अचानक हुए इस हादसे से दोनों परिवारों के सदस्य सकते में आ गए.
ग्रामीणों ने बताया कि बारां जिले के छाबड़ा क्षेत्र के सेवनखेड़ी गांव में एक वर्षों पुराना हनुमान मंदिर है. मंदिर वर्षों पुराना होने से यह मंदिर काफी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था. कई वर्षों से इस हनुमान मंदिर की मरमम्त नहीं करवाई गई है.
अचानक इस हनुमान की 30 फीट ऊंची गुम्बद भरभरा कर गिर गई. गुम्बद गिरने से इसकी चपेट में आसपास के दो मकान आ गए. दोनों ही मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हालांकि घटना के केवल कुछ समय पहले ही लाइट नहीं होने से दोनों परिवारों के सदस्य घरों के बाहर आकर बैठ गए थे. मकान के बाहर होने से दोनों ही परिवारों के आठ सदस्य बाल-बाल बच गए.
हादसे में दोनों ही परिवारों की घरेलू सामग्री पूरी तरह से नष्ट हो गई है. दोनों ही परिवारों की घरेलू सामग्री नष्ट होने के कारण परिवारों ने फिलहाल गांव में ही शरण ली है. घटना की जानकारी मिलने पर बापचा एसएचओ सूरजपाल यादव ने घटनास्थल पर पहुंच मौके का मुआयना किया.
ग्रामीणों ने बताया कि बारां जिले के छाबड़ा क्षेत्र के सेवनखेड़ी गांव में एक वर्षों पुराना हनुमान मंदिर है. मंदिर वर्षों पुराना होने से यह मंदिर काफी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था. कई वर्षों से इस हनुमान मंदिर की मरमम्त नहीं करवाई गई है.
अचानक इस हनुमान की 30 फीट ऊंची गुम्बद भरभरा कर गिर गई. गुम्बद गिरने से इसकी चपेट में आसपास के दो मकान आ गए. दोनों ही मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हालांकि घटना के केवल कुछ समय पहले ही लाइट नहीं होने से दोनों परिवारों के सदस्य घरों के बाहर आकर बैठ गए थे. मकान के बाहर होने से दोनों ही परिवारों के आठ सदस्य बाल-बाल बच गए.