ने पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. पचपदरा में अपनी बहु्प्रचारित स्वाभिमान रैली के बाद जसोल में मानवेंद्र ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया है और वह आगामी लोकसभा चुनाव घर (बाड़मेर-जैसलमेर सीट) से लड़ेंगे.
. मेरी वजह से समर्थकों को परेशान किया गया. पीएम को भी बताया. जब फैसला लेने वाले चूक करे तो धैर्य टूटता है, आज वो सीमा खत्म हुई.
कहते हुए इस बारे में रैली में आए लोगों से राय मांगी. इस पर वहां मौजूद लोगों ने बीजेपी छोड़ने के नारे लगाए. सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि 2014 में दिन में 12 बजे पीएम नरेंद्र मोदी का फोन आया था. उन्होंने कहा जसवंत सिंह का टिकट मैंने नहीं काटा. जयपुर के एक और दिल्ली के दो नेताओं ने काटा है.
मानवेन्द्र सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सभा की चिंगारी को जलाए रखना हर स्वाभिमानी का काम है. स्वाभिमान की यह लड़ाई पूरे प्रदेश में चलेगी. इसकी गूंज प्रदेश से केंद्र तक पहुंचेगी. आज अपने धैर्य की सीमा समाप्त हो गई है. तूफान पचपदरा से शुरू हुआ है और यह जयपुर तक पहुंचेगा. मेरे सभी स्वाभिमानियों का निर्णय मेरे सिर आंखों पर रहेगा.
बीजेपी का दामन छोड़ने वाले शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह पूर्व में बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं. 2003 के लोकसभा चुनाव में सिंह के नाम सबसे ज्यादा मतों से जीतने का रिकॉर्ड है. सिंह ने उस समय 2,72000 से भी अधिक मतों से जीत दर्ज की थी. सिंह राजनीति के अलावा खेल और पत्रकारिता से भी जुड़े हैं. वे आज भी अंग्रेजी अखबारों के लिए लिखते हैं. वे वर्तमान में राजस्थान फुटबाल संघ के प्रदेशाध्यक्ष होने के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर भी फुटबॉल संघ के उपाध्यक्ष भी हैं. प्रारंभिक पढ़ाई अपने गांव जसोल में करने वाले सिंह ने आगे की पढ़ाई अजमेर के मेयो कॉलेज और फिर लंदन में की.
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2018, 17:00 IST