रिपोर्ट : मनमोहन सेजू
बाड़मेर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का तीसरा बजट इस बार फरवरी महीने के पहले सप्ताह में पेश करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत से न केवल बाड़मेर बल्कि पूरे मारवाड़ को बहुत उम्मीदें हैं. ऐसे में न्यूज़ 18 की टीम ने बाड़मेर जिलेवासियों की नब्ज टटोलकर जानने का प्रयास किया कि उन्हें आनेवाले बजट से क्या उम्मीदें हैं.
बाड़मेर के बालोतरा क्षेत्र के लोगों को अपने नए बालोतरा जिले की उम्मीद है. वहीं बालोतरा के जिले बनने के बाद बाड़मेर में उद्योग और रोजगार की नवीन घोषणाओं की मुख्यमंत्री गहलोत से उम्मीद है. बाड़मेर में जहां मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज के बाद वेटनरी कॉलेज की आस मुख्यमंत्री गहलोत की तरफ लगाए हुए हैं. वहीं बाखासर में नमक उत्पादन, सूखा बन्दरगाह और टुरिस्ट सर्किट की भी उम्मीदें हैं.
बाड़मेर के ग्रीन पॉकेट में आधा दर्जन लव कुश गार्डन और रिफाइनरी में स्थानीय लोगों के रोजगार की गारंटी को लेकर भी गहलोत के पिटारे से उम्मीदें हैं. बाड़मेर के लोगों को लंबित पेयजल परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त बजट के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार की बड़ी उम्मीदें हैं. सीमावर्ती गडरारोड़ के पाबूसरी के रहनेवाले याकूब खान का कहना है कि सीमावर्ती गांवों में आज भी रोडवेज बस की सुविधा नहीं है. 20 साल पहले 20 रोडवेज बसें संचालित होती थीं, लेकिन आज महज 2 का संचालन किया जा रहा है. ऐसे में यहां के ग्रामीणों को उम्मीद है कि रोडवेज, सड़क, पानी और बिजली की सुविधाएं मिल सकेंगी. वहीं, ग्रामीण महेश वैष्णव का कहना है कि चुनावी बजट महज कागजों में है. सुदूर ढाणियों में ग्रामीणों तक योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है. बाड़मेर के लोगों को पक्की उम्मीद है कि गहलोत के जादुई झोले से बाड़मेर में सौगातों की बारिश होगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Barmer news, Budget, CM Ashok Gehlot