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Success Story : भरतपुर के किसान मिर्च की खेती से हो रहे हैं मालामाल, कमाई जानकर चौंक जाएंगे

किसानों का कहना है कि जैविक खाद से पैदा हुई मिर्च का स्वाद अलग ही होता है और लोगों को नुकसान भी नहीं करती.

    रिपोर्ट: ललितेश कुशवाहा

    भरतपुर. आज के दौर में किसान (Farmer) अपनी आय को दोगुना करने के लिए परंपरागत खेती की बजाय नगदी फसल (Cash Crop) को बढ़ावा दे रहे है. ऐसे ही किसान है राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले मे स्थित भुसावर (Bhusavar) क्षेत्र के जोमिर्च (Chilly) की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे है. जानकारी के मुताबिक ग्रामीण अंचल में मिर्च की खेती बड़ी तादाद में की जा रही है. यहां के किसान स्वयं कईकिस्मों की मिर्च की पौध तैयार कर उसी की खेती कर रहे है. इस खेती में बंपर पैदावार और दोगुनी आमदनी के लिए किसान रासायनिक खाद की बजाय जैविक खाद (Organic Fertilizer) का प्रयोग करते हैं. किसानों का कहना है कि इस क्षेत्र में अचार के कई बड़े कारखाने होने से सीधे खेत से ही मिर्ची सेल हो जाती है. यहां के अलावा बाहर की कंपनियों के द्वारा भी एडवांस बुकिंग कर मिर्ची मंगाई जा रही है. वही इस खेती से एक किसान प्रतिमाह एक से पांच लाख रुपए तक कमाई कर रहा है.

    क्षेत्र के 100 हैक्टेयर भूमि में मिर्च की खेती..
    किसान जमुना लाल मीणा (Jamuna Lal Meena) ने बताया कि हमारे क्षेत्र के आसपास किसान कई वर्षों से पारंपरिक खेती करते चले आ रहे हैं .लेकिन इस खेती से किसान की आमदनी पर कोई असर नहीं पड़ रहा था. एक दिन लोगों ने आपसी सलाह पर मिर्च की खेती करने का विचार आया. किसानों ने स्वयं कईप्रकार की मिर्च की किस्में जिसमे जवा ,गंतूरी ,अर्का, मेघना, काशी, सुर्ख आदि की पौध तैयार कर खेती की शुरुआत की. इस खेती में दोगुना मुनाफा और बंपर पैदावार (Double Profits And Bumper Yields) के लिए रासायनिक खाद के की जगह जैविक खाद का प्रयोग कर रहे है. किसानों का कहना है कि जैविक खाद से पैदा हुई मिर्च का स्वाद अलग ही होता है और लोगों को नुकसान भी नहीं करती. वही क्षेत्र के जगजीवनपुर, सिरस, प्रेमनगर, हिसामडा, बल्लभगढ, टुण्डपरुा ,कमालपुरा आदि में करीब 100 हैक्टेयर भूमि में यह खेती की जा रही है.

    प्रतिमाह एक से पांच लाख तक की कमाई..
    जानकारी के मुताबिक भुसावर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अचार के कारखाने (Pickle Factory) हैं और यहां का अचार भी देश में प्रसिद्ध है. इसी कारण स्थानीय कंपनियों के साथ-साथ बाहर की कंपनियों ने सीधे ही किसानों से संपर्क कर खेत से ही मिर्ची की खरीद कर रहेहैं. किसानों का कहना है कि यहां की मिर्ची चटकारी होती है, जो आचार में बेहद स्वादिष्ट लगती है. इस खेती से जुड़े किसानों को प्रतिमाह एक से पांच लाख रुपए (One To Five Lakh Rupees) की आमदनी हो रही है. वही मिर्च का भाव 40 से 80 रुपए होने के चलते किसान अधिक मुनाफा ले रहे हैं.

    Tags: Bharatpur News, Rajasthan news

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