राजस्थान के भरतपुर में अपना घर संस्थान ने 2011 में घर से बिना कुछ बताए निकली मां को एक बार फिर उनके बहु बेटे से मिलाया है. सोशल मीडिया के जरिए मिली थी खोई हुई मां, मध्य प्रदेश के अशोक नगर निवासी शेर सिंह और उसकी मां राजकुमारी के मिलन की कहानी बिल्कुल फिल्मी जैसी है.
बेटे शेर सिंह की मां करीब 11 साल पहले गुम हो गई थी और शेर सिंह भी एक ट्रेन हादसे में शिकार हुई महिला को अपनी मां मानकर तर्पण कर चुका था, लेकिन फिर भी उसका मन नहीं माना और सोशल मीडिया पर खोजता रहा. बेटे शेर सिंह ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद मां अपना मानसिक संतुलन खो बैठी थी और तभी से घर से निकल गई थी. उसके बाद नवंबर 2016 में दीपावली के दौरान भटकते हुए घर लौट आई थी लेकिन 20 दिन परिवार के साथ रहने के बाद एक दिन भोपाल ले जाते समय ट्रेन में से उतर कर दूसरी ट्रेन में चली गई तभी से वह उनको ढूंढ रहा था.
पुत्र शेर सिंह मां की आत्म शांति के लिए कन्या भोज भी करवा चुका है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि भरतपुर में अपना घर आश्रम में रहने वाली राजकुमारी उनकी मां है. मध्य प्रदेश से चलकर बेटा भरतपुर पहुंचा और अपनी मां से मिलकर बहुत ही खुश होने लगा. अपना घर संचालक बीएम भारद्वाज ने बताया कि जब राजकुमारी को एक रेलवे स्टेशन से अपना घर लाया गया तब राजकुमारी की स्थिति बहुत दयनीय थी वह बोलने में और किसी व्यक्ति को पहचानने में बिल्कुल असमर्थ थी.
उसके बाद धीरे-धीरे उपचार कराया तो 8 साल में राजकुमारी जो है लोगों को पहचानने लगी, लेकिन राजकुमारी अपने घर का पता बताने में बिल्कुल असमर्थ थी. जब राजकुमारी की फोटो को सोशल मीडिया पर अपडेट किया गया, तब राजकुमारी के बेटे ने उस फोटो की पहचान कर अपना घर में आकर संपर्क किया. जहां शेर सिंह की मां के रूप में राजकुमारी की पहचान हो पाई, जिन्हें उनका परिवार से कुशल अपने घर ले गया.
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FIRST PUBLISHED : May 19, 2021, 12:42 IST