दौसा में धधके पहाड़: आग पर काबू पाने के लिये 4 घंटे तक जूझते रहे दमकलकर्मी और ग्रामीण

सुबह करीब 9 बजे लगी आग दोपहर में 1 बजे तक काबू में आई.
दौसा जिले के सिकराय उपखंड इलाके (Sikrai Subdivision) में आज सुबह पहाड़ियों पर अचानक आग (Fire) लग गई. आग ने तेजी के साथ काफी इलाके को अपनी चपेट में ले लिया. आगे से काफी पेड़ पौधे जल गये.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: February 23, 2021, 2:28 PM IST
दौसा. जिले के सिकराय उपखंड (Sikrai Subdivision) इलाके की पहाड़ियों में मंगलवार को सुबह भीषण आग (Fierce fire) लग गई. आग की लपटें इतनी ऊंची उठी कि वे दूर से ही दिखाई देने लगी. आग पर करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पा जा सका. पहाड़ी इलाका होने के कारण आग बुझाने में दमकलों (Fire brigade) का उपयोग नहीं पाया. आग के कारण पहाड़ी पर स्थित काफी पेड़ पौधे जल गये. वहीं अभी भी जगह-जगह रह-रहकर आग सुलग रही है. ग्रामीण इस पर नजर रखे हुये हैं.
जानकारी के अनुसार आग की घटना सिकराय उपखंड के नाहर खोहरा गांव में सुबह हुई. वहां पहाड़ियों पर सुबह करीब 9 बजे ग्रामीणों को धुंआ उठता हुआ दिखायी दिया. आग की लपटें देखकर पहाड़ी के नीचे ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया. ग्रामीणों ने पुलिस और दमकल को सूचित किया. सूचना पर दमकल मौके पर पहुंची, लेकिन आग पहाड़ पर होने के कारण उनका कोई उपयोग नहीं हो पाया.
दोपहर में करीब 1 बजे काबू में आई आग
बाद में दमकलकर्मी और बड़ी संख्या में ग्रामीण पहाड़ पर चढ़े. लेकिन तब तक आग जंगल के काफी इलाके में फैल चुकी थी. इससे दमकलकर्मी आग बुझाने में विफल रहे. बाद में देसी तरीके से आग बुझाने का तरीका अपनाया गया. टाट (बोरी) से दमकलकर्मियों और ग्रामीणों ने जंगल की आग को बुझाने का प्रयास किया. करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों और ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया. तब तक पहाड़ी के नीचे अन्य ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा. सुबह करीब 9 बजे लगी आग दोपहर में 1 बजे तक काबू में आई. तब जाकर दमकलकर्मियों और ग्रामीणों की जान में जान आई.
जानकारी के अनुसार आग की घटना सिकराय उपखंड के नाहर खोहरा गांव में सुबह हुई. वहां पहाड़ियों पर सुबह करीब 9 बजे ग्रामीणों को धुंआ उठता हुआ दिखायी दिया. आग की लपटें देखकर पहाड़ी के नीचे ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया. ग्रामीणों ने पुलिस और दमकल को सूचित किया. सूचना पर दमकल मौके पर पहुंची, लेकिन आग पहाड़ पर होने के कारण उनका कोई उपयोग नहीं हो पाया.
दोपहर में करीब 1 बजे काबू में आई आग
बाद में दमकलकर्मी और बड़ी संख्या में ग्रामीण पहाड़ पर चढ़े. लेकिन तब तक आग जंगल के काफी इलाके में फैल चुकी थी. इससे दमकलकर्मी आग बुझाने में विफल रहे. बाद में देसी तरीके से आग बुझाने का तरीका अपनाया गया. टाट (बोरी) से दमकलकर्मियों और ग्रामीणों ने जंगल की आग को बुझाने का प्रयास किया. करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों और ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया. तब तक पहाड़ी के नीचे अन्य ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा. सुबह करीब 9 बजे लगी आग दोपहर में 1 बजे तक काबू में आई. तब जाकर दमकलकर्मियों और ग्रामीणों की जान में जान आई.