दौसा जिले के मंडावर कस्बे में नींबू के बगीचे में किसान.
पुष्पेंद्र मीना/दौसा. राजस्थान के दौसा जिले के किसान अब परंपरागत खेती के साथ ही बागवानी भी कर रहे हैं. जिले में अमरूद के साथ ही अब नींबू की बागवानी भी की जाने लगी है. किसानों का मानना है कि परंपरागत खेेती के साथ बागवानी करने से अच्छा मुनाफा हो जाता है. इसके अलावा बागवानी में लागत भी कम आती है और देखभाल की जरूरत भी कम होती है. कई किसान इसी प्रकार परंपरागत खेती के साथ ही बागवानी करते हैं, इनमें नींबू की बागवानी भी प्रमुख है.
जिले के एक किसान की बात करते हैं जिन्होंने अपनी आय बढ़ाने के लिए नींबू का बगीचा लगाया और इससे उनकी आय भी बढ़ी है. दौसा जिले के मंडावर का यह किसान है जो 4 साल से लगातार नींबू की बागवानी कर रहा है, जिससे उसे अच्छा मुनाफा मिल रहा है. बेच रहा है.
आय बढ़ाने के लिए लगाया बगीचा
दौसा जिले के मंडावर का किसान गोपाल सिंह ने बताया कि उनके द्वारा उनकी इनकम बढ़ाने के लिए नींबू का बगीचा लगाया. क्योंकि, सामान्य खेती-बाड़ी से केवल खर्चा ही निकल रहा था. ऐसे में चार साल से नींबू की भी बागवानी कर रहे हैं, नींबू की बागवानी करने के अतिरिक्त आय हो जाती है. किसान ने बताया कि उन्हें नींबू से प्रतिवर्ष सवा लाख रुपए तक की आय हो जाती है, इस अतिरिक्त आय से काफी लाभ मिला है.
करीब डेढ़ बीघा जमीन में लगाया नींबू का बगीचा
किसान गोपाल ने करीब डेढ़ बीघा भूमि में नींबू का बगीचा लगाया है. नींबू के बगीचे में 12 महीने नींबू का फल आता है. इसके अलावा यह किसान जैविक खेती भी करता है. किसान ने बताया कि जैविक खेती का भी अच्छा बाजार राजस्थान में हो गया है. जैविक खेती व बागवानी से अच्छी आय हो रही है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Dausa news, Rajasthan news