राजस्थान पुलिस की ओर से चलाए गए दस्यु उन्मूलन अभियानों के कारण मध्यप्रदेश से सटे राजस्थान के चंबल के बीहड़ों में दुर्दान्त दस्युओं का दबदबा और डकैती की वारदातें अब गुजरे जमाने की बात हो चुकी हैं.
बीते साल धौलपुर पुलिस ने चंबल से सटे इलाकों में डकैतों के विरूद्ध चलाये गये अभियानों के दौरान चौबीस डकैत पकड़े जिसके बाद इस इलाके के लोग अमन चैन की जिंदगी बसर कर रहे हैं.
पुलिस अधिक्षक राजेश सिंह ने दावा किया कि 24 दस्युओं को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है. इससे पहले वर्ष 2015 में पुलिस की प्रभावी कार्रवाई में 27 तथा वर्ष 2016 में 9 दस्युओं तथा अन्य बदमाशों की धरपकड़ की गई हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में पुलिस ने मध्यप्रदेश के ईनामी दस्यु गोपाल छावड़ी को पकड़ने में सफलता हासिल की. ग्वालियर के घाटीगांव निवासी गोपाल छावड़ी के जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर पुलिस ने चालीस हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था.
सिंह ने बताया कि जनपद पुलिस ने दुर्दान्त दस्यु लालसिंह को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सिटी पैलेस को उड़ाने की धमकी देने वाले दस्यु जगन गुर्जर के भाई दस्यु लालसिंह के सिर पर 23 हजार रूपए का ईनाम था. इसमें जयपुर सीबी-सीआईडी की ओर से 15 हजार रुपए, आईजी आगरा की तरफ से 5000 रुपए, मध्यप्रदेश के श्योपुर के एसपी की ओर से 2000 रुपए तथा करौली एसपी की ओर से 1000 रुपए का ईनाम शामिल था.
उन्होंने बताया कि बीते साल करौली तथा धौलपुर पुलिस ने दस्यु फोसू उर्फ निरंजन गुर्जर को भी पकड़ लिया. भरतपुर जिले के गढ़ी बाजना निवासी दस्यु निरंजन पर आईजी भरतपुर रेंज की ओर से 10 हजार रूपए, एसपी भरतपुर एवं करौली की ओर से पांच-पांच हजार रुपए तथा धौलपुर के एसपी की ओर से एक हजार रुपए का ईनाम था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : December 31, 2016, 10:12 IST