रिपोर्ट: जुगल कलाल
डूंगरपुर. पानी का महत्त्व हम भी भली भांति जानते है. समय-समय सरकार और प्रशासन पानी बचाने के लिए जागरूता अभियान चलाती है. लेकिन, जल संरक्षण का संदेश देने के लिए डूंगरपुर के एक दंपित ने अनूठी पहल की है. यह दंपति राजस्थान में 6 हज़ार किलोमीटर की यात्रा कर गांव-गांव, धाणी-धाणी जाकर पानी बचाने व जल संरक्षण संदेश देंगे. इस दौरान यह दंपति जगह-जगह नुक्कड़ सभा कर लोगों को पानी बचाने के के लिए प्रेरित करेगा.
हृदय संस्थान के संस्थापक ब्रिजेश कुमार सोमपुरा व उनकी पत्नी नेतृत्व में यात्रा राजस्थान के सभी 50 जिलों में होकर निकलेगी. यात्रा के अन्तर्गत केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे जल शक्ति अभियान तथा जल जीवन मिशन के प्रति आमजन को जागरूक किया जाएगा. 30 मार्च को यात्रा का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा. जल जीवन यात्रा प्रदेश के सभी नवघोषित 50 जिलों से होकर गुजरेगी. यात्रा का पूर्ण आयोजन पंचायती राज संस्थानों व नगर निकायों के सहयोग तथा जनभागीदारी से किया जाएगा.
सोमपुरा ने बताया कि हमारे दैनिक जीवन में जल का बहुत महत्व है. जल के बिना किसी भी प्राणी के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. रोजमर्रा के जीवन में हम अपनी छोटी-छोटी आदतों में सुधार करके बहुत सारा जल बचा सकते हैं. जल संरक्षण आज की जरूरत भी है और हमारा कर्तव्य भी है. जल जीवन यात्रा के माध्यम से आमजन को जल बचाने के लिए जागरूक किया जाएगा ताकि भूगर्भ में भी जल की मात्रा बढ़े.
जल जीवन यात्रा के लिए एक मारुति वैन को जागरूकता रथ के रूप में तैयार किया गया है. जिस पर जल संरक्षण के संदेश व जल बचाने के तरीके लिखे हुए हैं. यात्रा के दौरान सोमपुरा व उनकी पत्नी प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जाएंगे. सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार-प्रसार के लिए पैम्पलेट वितरित किए जाएंगे. लाउडस्पीकर के माध्यम से जल संरक्षण की अपील की जाएगी. शैक्षणिक संस्थाओं में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. आमजन को जल बचाने की शपथ दिलवाई जाएगी. इससे पूर्व दंपति राजस्थान और गुजरात के सभी 33 जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की अलख जगा चुके हैं. दंपति पिछले दस वर्षों में 300 से ज्यादा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं तथा 39 बाल विवाह रुकवाए हैं.
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