रिपोर्ट- जुगल कलाल
डूंगरपुर. आमतौर पर महिला पैसे को संभालकर कर रखती है. लेकिन डूंगरपुर एक महिला ने कन्यादान में मिले पैसे की दुकान लगाकर अपना और अपने परिवार का भविष्य संवारा हैं. कन्यादान के पैसे से कॉस्मेटिक व ब्यूटी पार्लर की दुकान खोलकर दिन का 1500 से 2000 हजार का व्यापार कर रहीं हैं. और अपने बच्चों का पढ़ाई लिखाई का भी खर्चा उठाती हैं.
बता दें कि डूंगरपुर से 15 किलोमीटर दूर दामडी गांव की रहने वाली रेखा सेवक ने कन्यादान में मिले पैसे से कॉस्मेटिक व ब्युटी पार्लर की दुकान खोली. आज उनकी में दुकान रोजाना अच्छी खासी सेल होती हैं. उनके बेटों के सहित पूरे परिवार का खर्च उठाती हैं.
पति के बिजनेस में हुआ घाटा
रेखा सेवक बताती हैं कि उनकी शादी 1994 में हुई. उनके पति प्रदीप सेवक का टेंट हाउस का बिजनेस था. लेकिन 2008 में उनके टेंट हाउस के व्यापार में घाटा आया गया. तब रेखा ने संभालकर रखें कन्यादान के पैसों से दुकान खोली. रेखा का कहना हैं कि पति प्रदीप के पिता व दादा भी दुकान चलाते थे. मगर प्रदीप टेंट का व्यापार करने लगे इसलिए वो दुकान बंद कर दी. फिर उसी दुकान में रेखा ने कन्यादान के पैसे से कॉस्मेटिक और ब्युटी पार्लर की दुकान खोली. जो कि आज अच्छी चलती हैं. रेखा के दो बेटे हैं शुभम सेवक और सिद्धार्थ सेवक. बड़ा बेटा शुभम हॉटल में नौकरी करता हैं और छोटा बेटा सिद्धार्थ एमकॉम की पड़ाई कर रहा हैं. उनके पढ़ाई- लिखाई से लेकर हर छोटे से बड़ा खर्च वो खुद ही उठाती हैं.
मिली राजीविका से मदद
रेखा सेवक ने 2008 में दुकान खोली. साल 2015 में उन्हें राजीवका के बारे में पता चला. जिसके बाद वो राजीविका से जुड़ी और राजीवका की ओर उसे 20 हजार का लोन मिला. जिसे रेखा ने ब्यूटी पार्लर के लिए कुर्सी और अन्य सामान खरीदा. रेखा ने राजीवका से मिला पूरा लोन भी वापस चूका दिया हैं.
दूसरी महिलाओं को मोटिवेट
रेखा राजीवका समूह से जुड़ी हुई हैं. रेखा उनके समूह कि मेंटर हैं. रेखा गांव की आसपास की महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करती हैं. उन्हें राजीवका समूह से जोड़ती हैं. उनको रेखा लोन से दिलाने से लेकर काम शुरू करने तक की मदद करती हैं.
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