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राजस्थान के इस शहर में आत्मनिर्भर बनती आदिवासी महिलाएं, मिला 54 लाख सेनेटरी पैड बनाने ऑर्डर

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सेनेटरी

सेनेटरी नैपकिन बनाती महिला 

Dungarpur News: कारखाने में काम करने वाली शांत मानत बताती है कि, पहले वो नरेगा में काम किया करती है. जब ये सेनेटरी पैड ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट- जुगल कलाल

डूंगरपुर. राजस्थान के डूंगरपुर जिले में आदिवासी महिलाओं ने आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. महिलाओं ने राजीविका की मदद से सेनेटरी नैपकिन बनाने की मशीन लगाई है. राजीविका की पहल पर महिलाओं को यह अवसर मिला है. राज्य सरकार की उड़ान योजना के तहत डूंगरपुर के गामंडी आहाड़ा गांव में सेनेटरी पैड बनाने का कारखाना लगाया गया है. इस कारखाना खासियत है कि प्रदेश का ऐसा पहला सेनेटरी पैड का कारखाना जो सोलर प्लांट से चलता है. वहीं, सोलर प्लांट लागने का काम भी यहां की आदिवासी महिलाओं ने किया है. इस कारखाने में एक दिन में लगभग 14 हजार सेनेटरी पैड बनाए जा रहे हैं.

डूंगरपुर के गामंडी आहाड़ा गांव में उड़ान योजना में सेनेटरी पैड का कारखाना लगाया गया है. इसे यहां की 6 आदिवासी महिलाओ को रोजगार मिल रहा है. एक दिन महिला मिलकर 14 हजार के आस पास सेनेटरी पैड बनाकर तैयार कर देती है. कारखाने में काम करने वाली मनीषा भगोरा बताती है कि, अब सैनेट्री पैड बनाने का काम करने से उनकी जिंदगी की सारी परेशानियां दूर हो जायेगी. यहां काम कर वो महीने का 9 हजार रुपये तक कमा लेती है. अब वो अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई आसानी से करवा सकेगी.

अब नहीं करनी पड़ेगी मजदूरी
कारखाने में काम करने वाली शांत मानत बताती है कि, पहले वो नरेगा में काम किया करती है. जब ये सेनेटरी पैड के मशीन की शुरुआत हुई तो उन्होंने ट्रेनिग लेकर काम सीखा. अब मुझे और मजदूरी करने की जरूरत नहीं है. में यहां कारखाने आराम से काम कर महीने का 9 हजार रूपये काम लेती है हूं और अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हु. इसी तरह भागश्री रोत, मनीषा खराड़ी, मीनाक्षी खराड़ी और संगीता खराड़ी की सेनेटरी पैड बनाकर अपनी मुश्किल भरी जिंदगी की राह को आसान कर रही है.

मिला 54 लाख सेनेटरी पैड का ऑर्डर
राजीविका के तकनीकी सहायक पुस्पेंद्र शर्मा ने बताता कि, गामड़ी आहाडा में बिजली कटौती की समस्या थी. ऐसे में बार- बार बिजली जाने से काम में रुकावट आती थी. इसलिए इस कारखाने में 5 किलो वाट का सोलर प्लांट लगाया गया और ये सोलर प्लांट भी यहां की आदिवासी महिलाओं द्वारा लगाया गया. अब बिना रुकावट के सेनेटरी पैड की मशीन चलती रहती है. वहीं, शर्मा ने बताया कि राजीविका को आरएमसीएल की तरफ से 54 लाख सेनेटरी पैड की ऑर्डर मिला है. जिसकी लागत एक करोड़ 78 लाख हैं. कुछ कागजी कार्यवाही अभी बाकि है इसे जल्द पूरा इसका प्रोडक्शन और सप्लाई दोनों शुरू कर दी जाएगी.

Tags: Dungarpur news, Rajasthan news, Solar system

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