अव्यवस्थाओं के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाला अस्पताल अब बेहतर सुविधाओं के लिए बनेगा नजीर

जेके लोन अस्पताल को आधिनुक सुविधाओं से सैल किया गया है.
नवजात बच्चों की मौत (Death) को लेकर सुर्खियों में रहने वाला कोटा (kota) के जेके लोन अस्पताल (JK Lone Hospital) को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. सरकार का ऐसा प्रयास है कि यह अस्पताल (Hospital) अब सुविधाओं के लिए नजीर बनेना.
- News18Hindi
- Last Updated: February 22, 2021, 11:11 PM IST
जयपुर. नवजात बच्चों की मौत (Death) को लेकर सुर्खियों में रहने वाला कोटे के जेके लोन अस्पताल की अब सूरत बदलने लगी है. इस अस्पताल में महज 32 दिनों में प्रदेश का पहला मॉड्यूलर एनआईसीयू जेकेलोन परिसर में तैयार हो गया है. 2 करोड़ 90 लाख रुपए की लागत से तैयार अत्यंत आधुनिक एनआईसीयू अब बच्चों को संक्रमण से मुक्त रखेगा. साथ ही गंभीर हालत में बच्चों को जीवनदान भी देगा.
इस अस्पताल में डबल सर्फेस फोटोथेरेपी, नियोनेटल कूलिंग मशीन, जैसे उपकरणों से जेके लोन अस्पताल के वार्ड को लैस किया गया है. ऐसी सुविधाएं प्राय: प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी उपलब्ध नहीं होती हैं. एनआईसीयू के प्रत्येक बेड पर सेंट्रल ऑक्सीजन सेक्शन और एयर के पॉइंट्स दिए गए हैं. इसमें 19 वेंटिलेटर 40 वार्मर, 25 सीपेप मशीन हैं. 10 कंगारू मदर केयर चेयर, पोर्टेबल एक्सरे, हाई फ्रिक्वेंसी वेंटिलेटर, नीयोनेटल कूलिंग मशीन, यूजीएस, टू डी इको, ब्रेन की ईसीजी के लिए सीएफएम मशीन, ट्रांसपोर्ट वेंटिलटर, एंब्रेस मल्टी पैरा मॉनिटर ,पल्स ऑक्सीमीटर, डबल सरफेस फोटोथेरेपी है. इन सुविधाओं के चलते अब किसी भी जांच के लिए बच्चे को वार्ड से बाहर ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी.
इन सुविधाओं से लैस है अस्पताल
इस अस्पताल की दीवारों में प्रदेश में पहली बार मॉड्यूलर एनआईसीयू में एंटीबैक्टीरियल पेंट कराया गया है. दीवार ,फर्श, फॉलस सीलिंग ज्वाइंट फ्री हैं, क्योंकि इंफेक्शन का खतरा ना रहे. 40 बेड के इस वार्ड में 18 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. टू वे कम्युनिकेशन सिस्टम को लागू किया गया है. हर बेड पर एक नर्सिंगकर्मी 24 घंटे एक शिशु रोग विशेषज्ञ यहां तैनात रहेगा. अटेंडेंट एक विंडो से अपने बच्चों को देख पाएंगे. इसका गेट रिमोट अपडेटेड होगा और कपड़ों के लिए वॉशिंग एरिया अलग बनाया गया है. इमरजेंसी एग्जिट फायर इलेक्ट्रिकल सेफ्टी सिस्टम के साथ सुरक्षा उपकरण वार्ड में लगाए गए हैं.राजस्थान: वसुंधरा समर्थक विधायकों के पत्र पर वबाल, गुलाबचंद कटारिया ने दिया ये बड़ा बयान
नीयोनेटल कूलिंग मशीन उन बच्चों को जीवनदान देगी जो पैदा होने के बाद रोते नहीं हैं एंब्रेस कवर में बच्चों को लपेटकर कहीं भेजा जा सकता है, ताकि तापमान मेंटेन रहे. इस अत्यंत आधुनिक वार्ड में सेंट्रल एसी सिस्टम ठंड और गर्मी में जरूरी तापमान मेंटेन करेगा ऐसी सिस्टम 1 घंटे में 8 बार आईसीयू की हवा बदलेगा, जिससे संक्रमण की आशंका न्यूनतम रहेगी.
सुविधाएं बढ़ाने के लिए अस्पाताल को दिया भारी भरकम बजट
कोटा में जिस तरह से लगातार बच्चों की मौत के मामलों में अस्पताल पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे राज्य सरकार की ओर से अस्पताल को दिए गए बजट और सरकार की मंशा के अनुरूप तैयार किए जा रहे हैं. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा मंत्री ने उस वक्त कोटा एमबीएस अस्पताल हॉट जेके लोन अस्पताल में सुविधाओं में इजाफे के लिए ₹ 70 करोड़ का बजट भी जारी किया था, जिसके तहत 156 बेड का एक यूनिट जेके लोन अस्पताल के विस्तार के तहत किया जा रहा है. वहीं एमबीएस अस्पताल में भी सुविधाओं में इजाफे के लिए प्रोजेक्ट गतिशील है. अस्पताल परिसर में सुविधाओं के किये जा रहे इजाफे से उम्मीद की जानी चाहिए कि हमेशा सवालों के घेरे में रहने वाला जेके लोन अस्पताल प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नजीर बनेगा.
इस अस्पताल में डबल सर्फेस फोटोथेरेपी, नियोनेटल कूलिंग मशीन, जैसे उपकरणों से जेके लोन अस्पताल के वार्ड को लैस किया गया है. ऐसी सुविधाएं प्राय: प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी उपलब्ध नहीं होती हैं. एनआईसीयू के प्रत्येक बेड पर सेंट्रल ऑक्सीजन सेक्शन और एयर के पॉइंट्स दिए गए हैं. इसमें 19 वेंटिलेटर 40 वार्मर, 25 सीपेप मशीन हैं. 10 कंगारू मदर केयर चेयर, पोर्टेबल एक्सरे, हाई फ्रिक्वेंसी वेंटिलेटर, नीयोनेटल कूलिंग मशीन, यूजीएस, टू डी इको, ब्रेन की ईसीजी के लिए सीएफएम मशीन, ट्रांसपोर्ट वेंटिलटर, एंब्रेस मल्टी पैरा मॉनिटर ,पल्स ऑक्सीमीटर, डबल सरफेस फोटोथेरेपी है. इन सुविधाओं के चलते अब किसी भी जांच के लिए बच्चे को वार्ड से बाहर ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी.
इन सुविधाओं से लैस है अस्पताल
इस अस्पताल की दीवारों में प्रदेश में पहली बार मॉड्यूलर एनआईसीयू में एंटीबैक्टीरियल पेंट कराया गया है. दीवार ,फर्श, फॉलस सीलिंग ज्वाइंट फ्री हैं, क्योंकि इंफेक्शन का खतरा ना रहे. 40 बेड के इस वार्ड में 18 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. टू वे कम्युनिकेशन सिस्टम को लागू किया गया है. हर बेड पर एक नर्सिंगकर्मी 24 घंटे एक शिशु रोग विशेषज्ञ यहां तैनात रहेगा. अटेंडेंट एक विंडो से अपने बच्चों को देख पाएंगे. इसका गेट रिमोट अपडेटेड होगा और कपड़ों के लिए वॉशिंग एरिया अलग बनाया गया है. इमरजेंसी एग्जिट फायर इलेक्ट्रिकल सेफ्टी सिस्टम के साथ सुरक्षा उपकरण वार्ड में लगाए गए हैं.राजस्थान: वसुंधरा समर्थक विधायकों के पत्र पर वबाल, गुलाबचंद कटारिया ने दिया ये बड़ा बयान
नीयोनेटल कूलिंग मशीन उन बच्चों को जीवनदान देगी जो पैदा होने के बाद रोते नहीं हैं एंब्रेस कवर में बच्चों को लपेटकर कहीं भेजा जा सकता है, ताकि तापमान मेंटेन रहे. इस अत्यंत आधुनिक वार्ड में सेंट्रल एसी सिस्टम ठंड और गर्मी में जरूरी तापमान मेंटेन करेगा ऐसी सिस्टम 1 घंटे में 8 बार आईसीयू की हवा बदलेगा, जिससे संक्रमण की आशंका न्यूनतम रहेगी.
सुविधाएं बढ़ाने के लिए अस्पाताल को दिया भारी भरकम बजट
कोटा में जिस तरह से लगातार बच्चों की मौत के मामलों में अस्पताल पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे राज्य सरकार की ओर से अस्पताल को दिए गए बजट और सरकार की मंशा के अनुरूप तैयार किए जा रहे हैं. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा मंत्री ने उस वक्त कोटा एमबीएस अस्पताल हॉट जेके लोन अस्पताल में सुविधाओं में इजाफे के लिए ₹ 70 करोड़ का बजट भी जारी किया था, जिसके तहत 156 बेड का एक यूनिट जेके लोन अस्पताल के विस्तार के तहत किया जा रहा है. वहीं एमबीएस अस्पताल में भी सुविधाओं में इजाफे के लिए प्रोजेक्ट गतिशील है. अस्पताल परिसर में सुविधाओं के किये जा रहे इजाफे से उम्मीद की जानी चाहिए कि हमेशा सवालों के घेरे में रहने वाला जेके लोन अस्पताल प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नजीर बनेगा.