CBSE EXAM: स्टूडेण्ट्स को राहत, इस बार मिलेगी 33 प्रतिशत ज्यादा चॉइस
CBSE EXAM: स्टूडेण्ट्स को राहत, इस बार मिलेगी 33 प्रतिशत ज्यादा चॉइस
फोटो : न्यूज 18 राजस्थान ।
स्टूडेण्ट्स में परीक्षा का तनाव कम करने के लिए सीबीएसई के स्तर पर इस बार कई बड़ी कवायदें की जा रही हैं. इस बार सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में स्टूडेण्ट्स को विकल्प चुनने की 33 प्रतिशत ज्यादा आजादी मिलेगी.
स्टूडेण्ट्स में परीक्षा का तनाव कम करने के लिए सीबीएसई के स्तर पर इस बार कई बड़ी कवायदें की जा रही हैं. इस बार सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में स्टूडेण्ट्स को जहां विकल्प चुनने की 33 प्रतिशत ज्यादा आजादी मिलेगी, वहीं अगले साल से उन्हें कठिन गणित विषय से भी निजात मिल जाएगी.
सीबीएसई की माइनर परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो चुकी हैं, जबकि मेजर परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू होंगी. इस बार बोर्ड परीक्षा में करीब 30 लाख स्टूडेण्ट्स शामिल हो रहे हैं. इन स्टूडेण्ट्स को परीक्षा के तनाव से उबारना ना केवल पेरेंट्स और टीचर्स बल्कि सीबीएसई के सामने भी बड़ी चुनौती है. स्टूडेण्ट्स को परीक्षा के तनाव और पढ़ाई के बोझ से राहत देने के लिए सीबीएसई के स्तर पर कई कोशिशें की जा रही है.
यह तैयारी कर रहा है सीबीएसई
- इस बार स्टूडेण्ट्स को पेपर में 33 प्रतिशत ज्यादा इंटरनल चॉइस मिलेगी.
- पेपर में 33 फीसदी प्रश्न ज्यादा होंगे. इनमें से स्टूडेण्ट्स अपनी पसंद का चुनाव कर सकेंगे.
- अगले साल से परीक्षा में गणित के दो लेवल होंगे.
- स्टूडेण्ट्स स्टैंडर्ड और बेसिक लेवल की गणित में से अपनी पसंद चुन सकेंगे.
- गणित बच्चे को डराती है तो वे केवल वह गणित पढ़ सकेंगे जो जरूरी है.
- सीबीएसई आर्ट एजुकेशन को भी स्ट्रीम लाइन करने जा रही है.
- जिन स्टूडेण्ट्स में आर्ट्स की कैपेसिटी है वे मेन सब्जेक्ट्स में एंटर कर सकेंगे.
- फिजीकल हैल्थ एजुकेशन एंड वेलनेस को स्कूल्स में अनिवार्य किया गया है.
- इसका मकसद स्टूडेण्ट्स को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखना है.
- सभी स्टूडेण्ट्स, पेरेंट्स और टीचर्स को सीबीएसई द्वारा पत्र भेजा गया है.
- इस पत्र में स्टूडेण्ट्स को स्ट्रेस फ्री रखने के तरीके बताए गए हैं.
अपनी इच्छा के मुताबिक पढ़ सकेंगे गणित
स्टूडेण्ट्स को सबसे ज्यादा डर गणित विषय से लगता है और सीबीएसई के मुताबिक 35 प्रतिशत स्टूडेण्ट्स इसमें फेल हो जाते हैं. अब तक सभी स्टूडेण्ट्स को वह गणित भी पढ़नी पड़ती है जो उनके जीवन में ज्यादा जरुरी नहीं है. लेकिन अब स्टूडेण्ट्स अपनी इच्छा और क्षमता के मुताबिक स्टैंडर्ड या बेसिक गणित में से एक का चुनाव कर सकेंगे. देश में इस बार करीब 5 हजार केन्द्रों पर सीबीएसई की परीक्षाएं हो रही हैं. पिछले बरसों के पेपर लीक प्रकरणों को देखते हुए पूरे तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
पेपर की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी प्रिंसिपल की
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी के मुताबिक इस बार पेपर की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी प्रिंसिपल की निर्धारित की गई है. इतना ही नहीं देश के सभी राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ ही सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को भी परीक्षाओं में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पत्र लिखा गया है.
नकल रोकने पर भी सख्ती
एक ओर सीबीएसई द्वारा जहां स्टूडेण्ट्स में परीक्षा का तनाव कम करने की कवायद की जा रही है, वहीं दूसरी ओर परीक्षा में नकल रोकने पर सख्ती भी की जा रही है. सीबीएसई ने साफ किया है कि किसी भी केन्द्र से फर्जी परीक्षार्थी की जानकारी सामने आती है तो स्कूल की सम्बद्धता समाप्त होगी साथ ही सख्त कार्रवाई भी की जाएगी.
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