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Jaipur News: झालाना लेपर्ड सफारी पहुंचे मुख्य सचिव, पैंथर राणा को देख हुए अभिभूत

झालाना लेपर्ड सफारी पहुंचे मुख्य सचिव

झालाना लेपर्ड सफारी पहुंचे मुख्य सचिव

Jhalana Leopard Safari : मुख्य सचिव निरंजन आर्य आज वन विभाग के पूरे अमले के साथ झालाना लेपर्ड सफारी पहुंचे. उन्होंने वन ...अधिक पढ़ें

जयपुर. राजस्थान के मुख्य सचिव (Chief Secretary) निरंजन आर्य मंगलवार को राजधानी जयपुर में झालाना लेपर्ड सफारी (Jhalana Leopard Safari) पहुंचे. अपनी पत्नी के साथ पहुंचे निरंजन आर्य ने झालाना में लेपर्ड सफारी का आनंद लिया और वन्य जीव संरक्षण को बहुत ही बारीकी से समझा. इस दौरान झालाना में उन्हें युवा पैंथर राणा नजर आया. राणा के मूवमेंट को देखकर निरंजन आर्य काफी अभिभूत हुए. उन्होंने झालाना समेत प्रदेशभर के अर्बन फॉरेस्ट एरिया की परेशानियों को बारीकी से समझने की कोशिश की. इस दौरान उनके साथ में वन विभाग का पूरा अमला मौजूद रहा. इसमें वन सचिव श्रेया गुहा, हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स डॉ.डीएन पांडे और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर भी मौजूद रहे.

आर्य को झालाना इंटरप्रिटेशन सेंटर का भ्रमण कराते हुए धीरेंद्र गोधा ने बताया कि वन्यजीव फोटोग्राफरों ने कैसे झालाना में वन्यजीवों के बारे में बहुत ही दुर्लभ दृश्यों को अपने कैमरे में कैद किया है. झालाना के इंटरप्रिटेशन सेंटर में लेपर्ड के जीवन के अनछुए पहलुओं के बारे में बहुत ही दुर्लभ ऐसे फोटोग्राफ प्रदर्शित किए गए हैं जो देश में दूसरी जगह शायद ही कहीं देखने को मिलते हैं.

झालाना फोरेस्ट एरिया में 40 पैंथर मौजूद
राजस्थान वन्य जीव सलाहकार मंडल के सदस्य सुनील मेहता काफी समय से मुख्य सचिव को झालाना भ्रमण के लिए आमंत्रण दे रहे थे. आज उनके आमंत्रण को स्वीकार करते हुए मुख्य सचिव जब झालाना पहुंचे तो वन्यजीव सलाहकार मंडल के सदस्य सुनील मेहता के साथ ही वन्यजीव विशेषज्ञ और मंडल के सदस्य धीरेंद्र गोधा ने मुख्य सचिव का स्वागत किया. इस दौरान झालाना में अलग-अलग रूट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कैसे बहुत छोटे से एरिया में 40 से ज्यादा पैंथर मौजूद हैं.

झालाना में क्षमता से ज्यादा हो चुके हैं  पैंथर 
इस दौरान सभी वन्यजीव अधिकारियों और वन्यजीव सलाहकार मंडल के सदस्यों ने शिकार औदी पर बैठकर मुख्य सचिव से विस्तार से वन्य जीव संरक्षण पर चर्चा की. खास तौर पर जयपुर में झालाना और गलता के जंगल को जोड़ते हुए इससे आमेर और नाहरगढ़ के जंगल में आगे बढ़ाने पर चर्चा की. क्योंकि झालाना में अब पैंथर क्षमता से ज्यादा हो चुके हैं. ऐसे में इस इलाके को बढ़ाया जाना बहुत जरूरी है.

Tags: Chief Secretary, Forest area, Forest department, Leopard, Rajasthan news in hindi, Wild life

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