Rajasthan News: 4 माह में कांग्रेस-बीजेपी के 4 विधायकों के निधन से सदमे में सियासत, अब होंगे उपचुनाव

200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में वर्तमान में अब 196 विधायक हैं.
MLA Gajendra Singh Shaktawat Death: कांग्रेस विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत के निधन ने राजस्थान की राजनीति को हिलाकर रख दिया है. पिछले चार महीने में प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस (BJP-Congress) के चार विधायकों का बीमारी से निधन हो चुका है.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: January 21, 2021, 11:05 AM IST
जयपुर. राजस्थान की राजनीति (Politics) के लिये बीते चार माह काफी मुश्किल भरे रहे हैं. इन 4 महीनों में प्रदेश अपने चार विधायकों (4 MLAs) को खो चुका है. चारों ही विधायकों का निधन बीमारी (Disease) के कारण हुआ है. इनके निधन से अब राजस्थान विधानसभा की चार सीटें खाली हो गई हैं.जिन पर उपचुनाव होंगे. दुनिया को असमय अलविदा कहने वाले चार विधायकों में से 3 कांग्रेस और 1 बीजेपी के थे. इनमें दो विधायकों की जान कोरोना महामारी ने ले ली.
बता दें कि पिछले साल 6 अक्टूबर को भीलवाड़ा के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में कोरोना के कारण निधन हो गया था. कांग्रेस इस झटके से उबर ही नहीं पाई थी कि अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल का लंबी बीमारी के कारण इलाज के दौरान गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हो गया. मेघवाल चूरू जिले के सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे. वे वहां से कई बार विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे. मेघवाल वर्ष 2020 की शुरुआत में हार्ट अटैक आने के बाद से लगातार बीमार चल रहे थे.
लगातार मौतों से सदमे में सियासत
कांग्रेस पार्टी अपने दो विधायकों के दर्द से उबरने का प्रयास कर रही थी कि इस दौरान पिछले दिनों कोरोना ने राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी को छीन लिया. माहेश्वरी बीजेपी की दिग्गज नेता रही थी. वे उदयपुर से सांसद भी रह चुकी थीं. उनके बाद अब उदयपुर के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत के निधन से प्रदेश की राजनीति को लगे सदमे ने झकझोर दिया है.
विधानसभा में मौजूदा दलीय स्थिति
चार विधायकों के निधन से प्रदेश की चार सीटें रिक्त हो गई हैं. 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में वर्तमान में अब 196 विधायक हैं. 4 सीटें रिक्त हो जाने से अब इन पर उपचुनाव होंगे. इनमें सहाड़ा, सुजानगढ़, राजसमन्द और वल्लभनगर शामिल हैं. वर्तमान में कांग्रेस के 104, बीजेपी के 71, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 2, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के 3, भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के 2, राष्ट्रीय लोकदल का 1 और 13 निर्दलीय विधायक हैं.
बता दें कि पिछले साल 6 अक्टूबर को भीलवाड़ा के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में कोरोना के कारण निधन हो गया था. कांग्रेस इस झटके से उबर ही नहीं पाई थी कि अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल का लंबी बीमारी के कारण इलाज के दौरान गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हो गया. मेघवाल चूरू जिले के सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे. वे वहां से कई बार विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे. मेघवाल वर्ष 2020 की शुरुआत में हार्ट अटैक आने के बाद से लगातार बीमार चल रहे थे.
लगातार मौतों से सदमे में सियासत
कांग्रेस पार्टी अपने दो विधायकों के दर्द से उबरने का प्रयास कर रही थी कि इस दौरान पिछले दिनों कोरोना ने राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी को छीन लिया. माहेश्वरी बीजेपी की दिग्गज नेता रही थी. वे उदयपुर से सांसद भी रह चुकी थीं. उनके बाद अब उदयपुर के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत के निधन से प्रदेश की राजनीति को लगे सदमे ने झकझोर दिया है.
विधानसभा में मौजूदा दलीय स्थिति
चार विधायकों के निधन से प्रदेश की चार सीटें रिक्त हो गई हैं. 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में वर्तमान में अब 196 विधायक हैं. 4 सीटें रिक्त हो जाने से अब इन पर उपचुनाव होंगे. इनमें सहाड़ा, सुजानगढ़, राजसमन्द और वल्लभनगर शामिल हैं. वर्तमान में कांग्रेस के 104, बीजेपी के 71, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 2, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के 3, भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के 2, राष्ट्रीय लोकदल का 1 और 13 निर्दलीय विधायक हैं.