राजस्थान में कोरोना (COVID-19) मरीजों के इलाज के लिए नई व्यवस्था (New system) लागू की जा रही है. राजधानी जयपुर (Jaipur) में अब सवाई मानसिंह अस्पताल, आरयूएचएस RUHS अस्पताल और महात्मा गांधी अस्पताल में केवल 60 वर्ष से अधिक और अन्य बीमारियों से ग्रसित कोरोना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीजों का ही इलाज किया जाएगा.
के लक्षण रहित पॉजिटिव मरीजों को निम्स अस्पताल, राजकीय जयपुरिया अस्पताल और ESIC मॉडल हॉस्पिटल में भर्ती किया
जाएगा. प्रदेश के अन्य जिलों से भी अब मरीज सीधे जयपुर रेफर नहीं होंगे. जिले के जिला अस्पताल में ही कोरोना लक्षण रहित और
का इलाज किया जाएगा. जयपुर में जिला कलक्टर अधिक संख्या में क्वॉरेंटाइन सेंटर तैयार करेंगे. अब RUHS में क्वॉरेंटाइन मरीजों को नहीं रखा जाएगा.
जयपुर के गणगौरी अस्पताल को डेडीकेटेड अस्पताल के तौर पर चिन्हित किया गया है. चारदीवारी क्षेत्र में रहने वाले मरीजों को अब गणगौरी अस्पताल में ही समस्त बीमारियों के इलाज की सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही सरकार ने जोन प्रभारी की भी नियुक्त की है. इसके तहत जोधपुर जोन के उपनिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. सुनील कुमार बिष्ट को जोधपुर जोन का प्रभारी नियुक्त किया गया है. जोधपुर के सीएमएचओ बिष्ट को सहयोग करेंगे.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा लगातार तेजी से बढ़ रहा है. जयपुर तो कोरोना का हॉट-स्पॉट बना हुआ ही है. इसके साथ ही जोधपुर, बांसवाड़ा, कोटा और टोंक भी कोरोना के बड़े हॉट-स्पॉट बनते जा रहे हैं. ऐसे में सरकार ने अब कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नई व्यवस्था की है.
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FIRST PUBLISHED : April 14, 2020, 20:42 IST