Farmer Protest: राजस्थान के किसान भी कूदेंगे आंदोलन में, कल प्रदेशभर में चक्का जाम, जयपुर-दिल्ली हाईवे रोकेंगे

दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन में डटे किसानों का साथ देने के लिये प्रदेश के किसान भी वहां जायेंगे. (Photo-AP)
Farmers Protest: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे आंदोलन में अब राजस्थान के किसानों ने भी शामिल होने का निर्णय ले लिया है. इसके तहत गुरुवार को प्रदेश में चक्का जाम (Traffic jam) किया जाएगा.
- News18 Rajasthan
- Last Updated: December 2, 2020, 7:08 AM IST
जयपुर. केन्द्रीय कृषि कानूनों (Central agricultural laws) के विरोध को लेकर राजस्थान के किसान (Farmers Protest) भी अब सड़कों पर उतरेंगे. केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक ओर जहां दिल्ली में सरकार और किसान संगठनों के बीच सुलह की कोशिशें हो रही हैं, वहीं दूसरी और मरुधरा के किसान सरकार की मुसीबतें बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं. राजस्थान की अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 3 दिसंबर को दो घंटे चक्का जाम (Traffic jam) का ऐलान किया है.
प्रदेशभर में तहसील और जिला स्तर पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्का जाम कर केन्द्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया जाएगा. वहीं दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन में डटे किसानों का साथ देने के लिये प्रदेश के किसान भी दिल्ली जायेंगे.
किसानों का साथ देने जाएंगे दिल्ली
किसान संजय माधव ने कहा कि पंचायत चुनावों के चलते अभी सांकेतिक रूप से यह विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. चुनावों के बाद जयपुर-दिल्ली हाईवे को स्थायी रूप से जाम करने का ऐलान संघर्ष समिति द्वारा किया गया है. समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि प्रदेश में एक से 10 दिसंबर तक जनजागरण अभियान भी चलाया जा रहा है. इसमें पुतला दहन, पर्चा वितरण, सभाओं-गोष्ठियों का आयोजन और धरना-प्रदर्शन जैसे आयोजन किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे किसान पंचायत चुनाव से फ्री होते जा रहे हैं वो पंजाब-हरियाणा के किसानों का साथ देने के लिए दिल्ली का रुख कर रहे हैं.Good News: 450 और खिलाड़ियों को मिलेगी 'आउट ऑफ टर्न' सरकारी नौकरी, 29 को मिल चुकी है

सभी किसान संगठनों को साथ लाएंगे
किसान नेता तारा सिंह ने कहा कि संघर्ष समिति ने राज्य में आंदोलन को व्यापक आकार देने के लिए अन्य सभी किसान संगठनों को साथ लाने का निर्णय किया है. साथ ही सभी जनवादी संगठनों, किसान हितैषी राजनीतिक दलों और आम जनता से इस आंदोलन में सहयोग देने की अपील की है. चक्का जाम और जयपुर- दिल्ली हाई वे जाम करने की किसानों की योजना ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इस सूचना के बाद सरकार भी इंतजामों की तैयारियों में जुट गई है.
प्रदेशभर में तहसील और जिला स्तर पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्का जाम कर केन्द्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया जाएगा. वहीं दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन में डटे किसानों का साथ देने के लिये प्रदेश के किसान भी दिल्ली जायेंगे.
किसानों का साथ देने जाएंगे दिल्ली
किसान संजय माधव ने कहा कि पंचायत चुनावों के चलते अभी सांकेतिक रूप से यह विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. चुनावों के बाद जयपुर-दिल्ली हाईवे को स्थायी रूप से जाम करने का ऐलान संघर्ष समिति द्वारा किया गया है. समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि प्रदेश में एक से 10 दिसंबर तक जनजागरण अभियान भी चलाया जा रहा है. इसमें पुतला दहन, पर्चा वितरण, सभाओं-गोष्ठियों का आयोजन और धरना-प्रदर्शन जैसे आयोजन किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे किसान पंचायत चुनाव से फ्री होते जा रहे हैं वो पंजाब-हरियाणा के किसानों का साथ देने के लिए दिल्ली का रुख कर रहे हैं.Good News: 450 और खिलाड़ियों को मिलेगी 'आउट ऑफ टर्न' सरकारी नौकरी, 29 को मिल चुकी है
सभी किसान संगठनों को साथ लाएंगे
किसान नेता तारा सिंह ने कहा कि संघर्ष समिति ने राज्य में आंदोलन को व्यापक आकार देने के लिए अन्य सभी किसान संगठनों को साथ लाने का निर्णय किया है. साथ ही सभी जनवादी संगठनों, किसान हितैषी राजनीतिक दलों और आम जनता से इस आंदोलन में सहयोग देने की अपील की है. चक्का जाम और जयपुर- दिल्ली हाई वे जाम करने की किसानों की योजना ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इस सूचना के बाद सरकार भी इंतजामों की तैयारियों में जुट गई है.