शहीदों (Martyrs) के आश्रितों और पूर्व सैनिकों (Former soldiers) के परिजनों की समस्या के समाधान के लिए प्रदेश (Rajasthan) में अब मंत्री दरबार लगेगा. सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariwas) इसमें जनसुनवाई (Public Hearing) करेंगे. जनसुनवाई में शहीदों के आश्रित अपनी परेशानी और समस्याएं (Problems)बता सकेंगे. सैनिक कल्याण मंत्री उनका मौके पर समाधान (Solution)करेंगे. इसके साथ ही सरकार सेना में भर्ती होने के इच्छुक अभ्यर्थियों को प्रत्येक जिले में निशुल्क कोचिंग (Free coaching) की सुविधा मुहैया कराएगी. सेना से रिटायर्ड अधिकारी कोचिंग संस्थान में पढ़ाएंगे. राजधानी जयपुर में गुरुवार को सचिवालय में सैनिक कल्याण बोर्ड की हुई अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया.
ने कहा कि सरकार शहीदों के आश्रितों के प्रति संवेदनशील है. आमतौर पर देखा गया है कि शहीदों के आश्रित एवं पूर्व सैनिकों के परिजनों की समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पा रहा है. उन्हें विभागों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. अब वे महीने में एक बार
करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के आश्रितों के साथ हैं. सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी. सरकार पूर्व सैनिकों के परिजनों की सुविधाओं पर फोकस करेगी.
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि जो अभ्यर्थी सेना में भर्ती होना चाहते हैं, उन्हें सरकार निशुल्क कोचिंग की सुविधा मुहैया कराएगी. कोचिंग में सेना से सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी पढ़ाएंगे. प्रत्येक जिले में निशुल्क कोचिंग की सुविधा होगी. सरकार ने प्लान बना लिया है. जल्द ही प्लान जमीनी धरातल पर आ जाएगा. कोचिंग संस्थान चैरिटी के माध्यम से चलाए जाएंगे. जिला सैनिक कल्याण कार्यालय या फिर सरकारी कॉलेज एवं स्कूल में अभ्यर्थियों को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में सेना से संबंधित अध्याय रखा जाएगा ताकि युवकों को सेना में भर्ती होने से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल सके. खाचरियावास ने इस बात पर चिंता जताई कि उदयपुर और डूंगरपुर समेत संपूर्ण मेवाड़ में युवक सेना में कम भर्ती हो रहे हैं. सरकार युवकों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करेगी.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2019, 13:57 IST